काहिरा। ISSF World Cup: टोक्यो ओलंपिक में खेल चुके भारतीय शूटर दिव्यांश सिंह पंवार ने फाइनल का विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 10 मीटर एयरराइफल का स्वर्ण जीत लिया। उन्होंने फाइनल में 253.7 का स्कोर कर नया विश्व कीर्तिमान बनाया। दिव्यांश ने चीन के शेंग लीहाओ की ओर से एशियाई खेलों में बनाए गए 253.3 के विश्व रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। 21 वर्षीय दिव्यांश ने पांच साल बाद विश्वकप का व्यक्तिगत स्वर्ण जीता। इससे पहले उन्होंने 2019 के पुटिएन विश्वकप में स्वर्ण जीता था।
क्वालिफाइंग दौर में भी शीर्ष पर रहे पंवार
ISSF World Cup में दिव्यांश ने शुरू से ही शानदार फॉर्म का परिचय दिया। उन्होंने क्वालिफाइंग दौर में 632.4 का स्कोर किया और शीर्ष पर रहकर फाइनल में पहुंचे। 24 निशानों के फाइनल में उन्होंने एक बार भी 10 से कम का स्कोर नहीं किया। चौथा और छठा निशाना उनका परफेक्ट 10.9 पर लगा। दिव्यांश का फाइनल में पूरी तरह दबदबा रहा। रजत जीतने वाले इटली दानी सोलाजो उनसे 1.9 अंक पीछे रहे।
दिव्यांश का यह विश्वकप में कुल पांचवा पदक
दिव्यांश ने जीत के बाद कहा कि वह लंबे समय बाद ISSF World Cup में स्वर्ण जीतकर खुश हैं। हाल के समय में वह अच्छी शूटिंग कर रहे हैं, लेकिन परिणाम उन्हें नहीं मिल पा रहा था। यह परिणाम इस महत्वपूर्ण वर्ष में उनका मनोबल बढ़ाएगा। सर्बिया के लाजार कोवासेविच ने कांस्य पदक जीता, जबकि दूसरे भारतीय शूटर अर्जुन बबूता छठे स्थान पर रहे। यह दिव्यांश का विश्वकप में कुल पांचवां स्वर्ण पदक है। भारत इस विश्वकप में दो स्वर्ण और दो रजत के साथ पदक तालिका में शीर्ष स्थान पर है।
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भारत को अब तक दो स्वर्ण और दो रजत
दिव्यांश ने क्वालीफिकेशन में विश्व स्तरीय 632.4 अंक से पहले स्थान से 24 शॉट के फाइनल में जगह बनाई। यहां भी अपने सटीक निशानों से रजत पदक विजेता इटली के दानी सोलाजो को 1.9 अंक से पछाड़ दिया। उन्होंने एक भी स्कोर 10 से कम का नहीं बनाया और उनके दो शॉट परफेक्ट 10.9 अंक के रहे। ISSF World Cup में भारत के अब दो स्वर्ण और दो रजत पदक हो गये हैं जिससे देश ओलंपिक वर्ष के पहले आईएसएसएफ विश्व कप चरण की तालिका में शीर्ष पर चल रहा है।