खिलाड़ियों की हो रही बेकद्री
कोविड के कारण खेल आयोजनों पर लगी रोक ने खिलाड़ियों के सामने भी भारी संकट खड़ा कर दिया है। खिलाड़ी ना तो सही तरीके से प्रैक्टिस कर पा रहे है और न ही अपना खर्च चला पा रहे हैं। बड़ी संख्या में खिलाड़ी ऐसे रहे है जो कोचिंग अथवा अंपायरिंग करने का काम कर रहे थे। यही उनके रोजगार का साधन था लेकिन कोविड के कारण पिछले 4 महीनों से पूरा काम बंद पड़ा है। लिहाजा घर चलाना भी मुश्किल हो चला है।
बड़े खिलाड़ी भी संकट में
अगले साल टोक्यो ओलंपिक होने है। इसके अलावा भी कोविड के कारण टाले गए बड़े टूर्नामेंट्स नवंबर से शुरू होने की उम्मीद है। लेकिन परेशानी ये है कि इनमें भाग लेने वाले खिलाड़ी भी अब स्पॉन्सरशिप की कमीं से जूझने लगे हैं। जिसका सीधा असर उनकी तैयारियों पर पड़ रहा है। ऐसे में उनकी पदक की उम्मीदें भी प्रभावित हो रही हैं।