FIFA का बैन नजरअंदाज, भारतीय फुटबॉल महासंघ के चुनाव में उतरे ये दिग्गज

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नई दिल्ली। FIFA के निलंबन के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए दिग्गज बाइचुंग भूटिया और पूर्व गोलकीपर, भाजपा सांसद कल्याण चौबे ने नामांकन दाखिल कर दिया है। देश के अलावा मोहन बागान, ईस्ट बंगाल जैसे क्लबों के लिए खेलने वाले कल्याण चौबे अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं।

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भूटिया के नाम को उनके भारतीय टीम में पूर्व साथी दीपक मंडल ने प्रस्तावित किया, जबकि मधु कुमारी ने अनुमोदन किया है। भूटिया का कहना है कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार बतौर प्रमुख खिलाड़ी नामांकन दाखिल किया है। वह आशा करते हैं कि खिलाडिय़ों को भारतीय फुटबॉल की सेवा का मौका मिलेगा। वह दिखाना चाहते हैं कि वे सिर्फ मैदान पर ही अच्छा नहीं कर सकते हैं बल्कि प्रशासक के तौर पर भी अच्छा काम कर सकते हैं।

भूटिया के अलावा दिल्ली सॉकर एसोसिएशन के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन, पूर्व फुटबॉलर और मेघालय विधान सभा में विधायक यूजेंसन लिंगदोह, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाई अजीत बनर्जी ने भी अध्यक्ष पद के  लिए नामांकन दाखिल किया है। शुक्रवार नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था जबकि 28 अगस्त को चुनाव प्रस्तावित हैं।

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कल्याण के लिए गुजरात, अरुणाचल समर्थन में उतरे

चौबे फुटबॉलर और सांसद जरूर हैं, लेकिन उन्होंने एक आम सदस्य की तरह नामांकन भरा है। खास बात यह है कि उनकेनाम की प्रस्तावना गृह मंत्री अमित शाह के राज्य गुजरात और अनुमोदन कानून मंत्री किरेन रिजीजू के राज्य अरुणाचल प्रदेश ने किया है। वहीं भूटिया 1995 से 2011 तक देश के लिए खेले। उन्होंने जेसीटी, ईस्ट बंगाल, मोहन बागान का भी प्रतिनिधत्व किया, जबकि 1999 से 2002 तक वह इंग्लिश फुटबॉल क्लब बरी के लिए भी खेले।

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सोमवार को साफ हो सकती है स्थिति

FIFA के निलंबन के बाद भी COA ने सुप्रीम कोर्ट के तीन अगस्त के आदेश के अनुसार चुनाव प्रक्रिया जारी रखी है। हालांकि सर्वोच्च अदालत में मामले की सुनवाई सोमवार को निर्धारित है। उम्मीद है कि फीफा की आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए प्रमुख फुटबॉलरों को दिए गए 50 प्रतिशत वोटिंग अधिकार को न सिर्फ वापस लिया जाएगा, बल्कि पूरी चुनावी प्रक्रिया को दोबारा शुरू कराया जा सकता है। एआईएफएफ को निलंबित करने से कुछ घंटे पहले ही सीओए फीफा के विरोध पर चुनाव प्रमुख फुटबॉलरों को वोटिंग अधिकार दिए बिना कराए जाने को तैयार भी हो गए थे।

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मंत्रालय ने एएफसी टूर्नामेंटों में खेलने देने की लगाई गुहार

खेल मंत्रालय ने FIFA और एशियाई फुटबॉल कन्फेडरेशन (AFC) से भारतीय क्लबों श्री गोकुलम केरला और एटीके मोहन बागान  को एएफसी टूर्नामेंटों में खेलने देने की गुहार लगाई है। एएफसी वूमेंस क्लब चैंपियनशिप खेलने गई गोकुलम की टीम इस वक्त उजबेकिस्तान में फंसी है। मंत्रालय ने ताशकंद स्थित भारतीय दूतावास को टीम का ख्याल रखने के निर्देश दिए हैं, साथ ही टीम की खिलाडिय़ों और क्लब के अध्यक्ष के साथ लगातार संवाद बनाकर रखा है।

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FIFA की ओर से AIFF पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद गोकुलम को ताशकंद पहुंचने के बाद एएफसी वूमेंस क्लब चैंपियनशिप में खेलने से रोक दिया गया था। गोकुलम का पहला मुकाबला कारशी में 23 अगस्त को ईरान के साथ है, जबकि 26 अगस्त को उसे मेजबान देश के क्लब के साथ खेलना है। मंत्रालय की कोशिशों के बाद क्लब को ताशकंद में 48 घंटे रुकने की मोहलत AFC ने दे दी थी। मोहन बागान को सात सितंबर को बहरीन में AFC कप इंटर जोन का सेमीफाइनल खेलना है।

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