नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड (Ind vd Eng) के बीच खेली जा रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला आज केनिंग्टन ओवल में शुरू होगा। इस मैच में टीम इंडिया सीरीज में वापसी करने के इरादे से मैदान में उतरेगी। वहीं इंग्लैंड की टीम सीरीज में बढ़त लेने के उद्देश्य से खेलेंगी। इससे पहले लीड्स में एक पारी और 76 रनों से भारत को हराकर इंग्लैंड ने न सिर्फ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में जोरदार वापसी की, बल्कि सीरीज को 1-1 की बराबरी पर भी ला खड़ा किया। इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के पास सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका मिलेगा।
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कोहली के पास बड़ा रिकॉर्ड बनाने का मौका
Ind vd Eng के बीच होने वाले ओवल टेस्ट में विराट के पास एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने का शानदार मौका है। दरअसल, कोहली ने अभी तक इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में मिलाकर 22,999 रन बनाए हैं। चौथे मुकाबले में सिर्फ एक रन बनाने के साथ ही भारतीय कप्तान सबसे तेज 23 हजार रन बनाने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। फिलहाल सबसे तेज 23 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर (522) के नाम पर दर्ज है। कोहली ने अब तक 489 पारियों में 22,999 रन बनाए हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में कोहली ये रिकॉर्ड बनाने वाले सातवें और भारत के तीसरे खिलाड़ी (सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद) बन सकते हैं।
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कपिल देव को पीछे छोड़ सकते हैं बुमराह
Ind vd Eng के बीच केनिंग्टन ओवल में होने वाले मैच में बुमराह के पास भी एक बड़ा रिकॉर्ड बनाने का अवसर है। बुमराह ने अभी तक 23 टेस्ट मैचों में 97 विकेट हासिल किए हैं और यदि वो इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में तीन विकेट लेने में सफल रहे तो भारत के लिए लाल गेंद के साथ सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बन जाएंगे। फिलहाल ये रिकॉर्ड कपिल देव (25) के नाम पर दर्ज है।
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मध्यक्रम को करने होगी मजबूत बल्लेबाजी
Ind vd Eng के बीच खेली जा रही मौजूदा टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के मध्यक्रम ने अभी तक सभी को निराश किया है। कप्तान विराट कोहली, उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और विकेटकीपर ऋषभ पंत बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं हो पाए हैं। वैसे रन तो चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से भी कुछ खास नहीं निकले हैं। हालांकि तीसरे टेस्ट मैच में पुजारा ने 91 रनों की पारी खेलकर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए हैं। लीड्स में टीम इंडिया की हार का कारण खराब बल्लेबाजी और मिडिल ऑर्डर का एकदम से ढह जाना रहा। भारतीय टीम को यदि सीरीज में वापसी करनी है तो मध्यक्रम के बल्लेबाजों को बेहतर खेल जरूर दिखाना होगा।