ब्रिस्टल। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर स्नेह राणा का जवाब नहीं है। ब्रिस्टल के काउंटी ग्राउंड में खेले गए एकमात्र टेस्ट मैच में भारत की ओर से स्नेह राणा ने डेब्यू किया। वह डेब्यू टेस्ट में शानदार प्रदर्शन कर जमकर वाहवाही लूट रही हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बिस्टल टेस्ट में ना सिर्फ गेंद से बल्कि बल्ले से भी जौहर दिखाया। उन्होंने भारत को हार से बचाने में अहम भूमिका निभाई और इंग्लैंड के विरुद्ध एकमात्र टेस्ट ड्रॉ करा दिया।
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फॉलोऑन खेलने उतरी भारतीय टीम के लिए स्नेह ने 154 गेंदों में 13 चौकों की मदद से नाबाद 80 रन की पारी खेली, जिसके चलते इंग्लैंड के हाथ से जीत फिसल गई। भारत ने पहली पारी में 231 तो दूसरी पारी में 8 विकेट खोकर 344 रन बनाए।
16 जून को शुरू हुए इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। पहली पारी में इंग्लैंड ने 9 विकेट के नुकसान पर 396 रन बनाए थे। स्नेह राणा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चार विकेट अपने नाम किए।वह एकमात्र टेस्ट में सबसे सफल गेंदबाजी रहीं। उन्होंने यह विकेट उस समय चटकाए, जब इंग्लैंड की टीम एक विशाल स्कोर की ओर बढ़ रही थी। स्नेह ने ब्यूमाउंट, ए जोंस, जी एलविस और श्रुबसोल जैसे खिलाड़ियों को पवेलियन का राह दिखाई। उनके अलावा दीप्ति शर्मा ने तीन विकेट अपनी झोली में डाले।
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स्नेह राणा देहरादून की रहने वाली हैं। उनका जन्म 18 फरवरी, 1994 को यहां हुआ था। उन्होंने साल 2014 में अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू किया था। वह पिछले पांच साल से टीम से बाहर थीं। लेकिन स्नेह को टेस्ट डेब्यू को मौका मिला तो उन्होंने खुद को साबित कर दिया। उन्होंने कुछ समय पहले ही अपने पिता को खोया है। उन्होंने जब पहली पारी में दमदार गेंदबाजी की तो पिता को याद किया था। स्नेह ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मैंने पिता को दो महीने पहले खो दिया था। यह मेरे लिए थोड़ा मुश्किल था, क्योंकि वह मुझे फिर से भारत के लिए खेलते देखना चाहता थे। वह मुझे उस भारत की जर्सी में फिर से देखना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका।’











































































