मुंबई। Champions Trophy 2025 : फरवरी 2025 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के पाकिस्तान में आयोजन पर सवालिया निशान लग गया है। अब दो दिन बाद यानि 29 नवंबर को इस बात का फैसला होगा कि क्रिकेट का ये बड़ा टूर्नामेंट पाकिस्तान में होगा या नहीं! इस संबंध में चर्चा के लिए आईसीसी ने दुबई स्थित मुख्यालय में बोर्ड की बैठक बुलाई है।
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दरअसल, पाकिस्तान को Champions Trophy 2025 की मेजबानी मिली तो भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर वहां जाने से मना कर दिया था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने काफी प्रयास किए कि भारत किसी भी तरह से अपनी टीम पाकिस्तान भेजने को तैयार हो जाए। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इसके बाद बीच का रास्ता निकालने के लिए पहले पीसीबी ने भारत के सभी मैच लाहौर में कराने और मैच के बाद खिलाड़ियों को भारत भेजने का प्रस्ताव रखा था। भारत ने इससे भी इनकार कर दिया। इसके बाद आईस्ीसी ने प्रस्ताव दिया कि एशिया कप की तर्ज पर चैंपियंस ट्रॉफी भी हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित कर ली जाए। लेकिन इससे पीसीबी ने इनकार कर दिया।
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अब बोर्ड मीटिंग में होगा फैसला
दरअसल, बिना भारत की भागीदारी के चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन करवाना घाटे का सौदा है। क्योंकि स्पोंसर और दर्शक उस टूर्नामेंट को ज्यादा मिलते हैं, जिसमें भारत शामिल हो। यही कारण है कि आईसीसी किसी भी कीमत पर भारत को नाराज नहीं करना चाहता है। ऐसे में अब बोर्ड मीटिंग में आईस्ीसी चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल पर करवाने का प्रस्ताव रख सकता है। अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इसे नहीं माना तो उससे मेजबानी छिन सकती है। भारत पर पाकिस्तान जाकर खेलने का दबाव बनाने के चांस कम ही हैं।
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आईसीसी-पीसीबी में भी ठनी
Champions Trophy के आयोजन को लेकर पाकिस्तान ने काफी खर्च भी किया है। पाकिस्तान ने स्टेडियम का रि-कंस्ट्रक्शन कराया। तीन स्टेडियम नए सिरे से तैयार किए गए हैं। पीसीबी ने लाहौर, कराची और रावलपिंडी स्टेडियम के रिनोवेशन पर 12.5 बिलियन पाकिस्तान रुपए खर्च किए हैं। इसके अलावा भी काफी खर्चा तैयारियों पर हुआ है। ऐसे में पाकिस्तान जानता है कि अगर भारतीय टीम नहीं आई तो टूर्नामेंट की लागत निकलना भी मुश्किल है। वहीं आईसीसी भी ये जानता है कि चैंपियंस ट्रॉफी से कमाई तभी हो सकेगी, जबकि भारत इसमें शामिल होगा। लिहाजा दोनों भारतीय टीम की टूर्नामेंट में हिस्सेदारी तो चाहते हैं लेकिन अपनी-अपनी शर्तों पर। यही कारण है कि आईसीसी और पीसीबी के बीच भी तलवार ख्ंिाच गई है। वहीं भारत अपनी बात पर डटा है कि टीम इंडिया पाकिस्तान नहीं जाएगी।
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ICC ले सकता है कड़ा फैसला
BCCI पहले ही साफ कर चुका है कि टीम इंडिया किसी भी सूरत में खेलने पाकिस्तान नहीं जाएगी। यही कारण है कि आईसीसी बीच का रास्ता निकालने की कोशिश में है। सूत्रों का कहना है कि ICC का प्रयास है कि Champions Trophy हाइब्रिड मॉडल पर खेली जाए। इसका मतलब ये है कि भारत के अलावा सभी टीमों के मैच पाकिस्तान में होंगे और भारत के मैच यूएई या दुबई किसी भी न्यूट्रल ग्राउंड पर करवा लिए जाएं। इसी तर्ज पर पाकिस्तान पिछले एशिया कप का आयोजन कर चुका है। आईसीसी का कहना है कि जब एशिया कप का आयोजन हाइब्रिड मॉडल पर हो सकता है तो चैंपियंस ट्रॉफी का क्यों नहीं। यही कारण है कि अब आईसीसी भी कड़ा फैसला कर सकता है। यदि पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल पर नहीं मानता है, तो फिर टूर्नामेंट दूसरे देश में शिफ्ट हो सकता है।