नई दिल्ली। Asia Cup : भारतीय टीम ने Asia Cup 2025 के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर शानदार अंदाज़ में खिताब अपने नाम किया। लेकिन मुकाबले के बाद ट्रॉफी से जुड़ा विवाद चर्चा का केंद्र बन गया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष और एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) प्रमुख मोहसिन नकवी ने भारतीय खिलाड़ियों को ट्रॉफी सौंपने से इंकार कर दिया और उसे स्टेडियम से बाहर भिजवा दिया।
इस घटना के बाद सिर्फ भारतीय फैंस ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर भी नकवी के रवैये पर भड़क उठे। शोएब अख्तर और शाहिद अफरीदी जैसे दिग्गजों ने खुलकर उनकी आलोचना की।
IND vs AUS : ऑस्ट्रेलिया दौरे से हार्दिक बाहर, चयनकर्ताओं ने बताई वजह
🗣️ शोएब अख्तर का हमला: “मैनेजमेंट हेडलेस चिकन जैसी”
PCB के नए चीफ मोहसीन नकवी के नाम से ही बवाल, ट्रेंड हुआ RIP Pakistan Cricket
एआरवाई न्यूज़ से बातचीत में पूर्व तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर ने पाकिस्तान टीम की मैनेजमेंट पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“पूरी मैनेजमेंट बिना सिर और समझ की लगती है। Asia Cup में टीम कॉम्बिनेशन गलत थे, कप्तानी में स्थिरता नहीं दिखी और किसी ने हमारी बात सुननी भी जरूरी नहीं समझी। अगर हारिस रउफ फॉर्म में नहीं था, तो और विकल्प मौजूद थे। लेकिन चयन में साहस की कमी दिखी।”
अख्तर ने आगे कहा कि जब टीम मैनेजमेंट खुद असुरक्षित महसूस करती है, तो बड़े खिलाड़ी भी खुलकर नहीं खेल पाते।
IND vs WI : 12 साल, वही नतीजा, टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज की हार की वही कहानी
🏏 अफरीदी की सलाह: “क्रिकेट या राजनीति — एक पर ध्यान दें नकवी”
पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी मोहसिन नकवी को सीधे शब्दों में नसीहत दी। उन्होंने टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट से कहा,
“पीसीबी अब इंटीरियर मिनिस्ट्री की तरह चल रही है। क्रिकेट को संभालने के लिए समय चाहिए, लेकिन नकवी पूरी तरह सलाहकारों पर निर्भर हैं। उन्हें क्रिकेट की जानकारी सीमित है, इसलिए जरूरी है कि वे अनुभवी और समझदार लोगों को शामिल करें।”
अफरीदी ने कहा कि नकवी को यह तय करना होगा कि वह राजनीति संभालना चाहते हैं या क्रिकेट प्रशासन, क्योंकि दोनों पदों को समय और समर्पण की ज़रूरत है।
❓ क्यों नहीं ली टीम इंडिया ने नकवी के हाथों ट्रॉफी?
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय टीम मोहसिन नकवी से Asia Cup ट्रॉफी लेने के पक्ष में नहीं थी। नकवी न केवल पीसीबी अध्यक्ष और एसीसी प्रमुख हैं, बल्कि पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं — और कई मौकों पर भारत के खिलाफ बयान दे चुके हैं।
भारतीय खिलाड़ियों का मानना था कि जिस व्यक्ति ने भारत को लेकर बार-बार नफरत दिखाई, उसके हाथों जीत की ट्रॉफी लेना उचित नहीं। इसी वजह से टीम इंडिया ने काफी देर तक इंतजार किया, लेकिन नकवी ने अंततः Asia Cup ट्रॉफी को मंच पर लाने के बजाय उसे बाहर भिजवा दिया।