नई दिल्ली। WFI: विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक जैसे भारत के दिग्गज खिलाड़ियों ने जनवरी में भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण करने के आरोप लगाए थे। इस मामले में खेल मंत्रालय में ओवरसाइट समिति का गठन किया था। भूषण इस समिति के सामने पेश हुए। भूषण ने समिति के सामने अपनी सफाई रखी और उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
WFI Controversy : मैरी कॉम की अध्यक्षता में बनी समिति संभालेगी कुश्ती महासंघ का कामकाज
यौन उत्पीडऩ आरोपों की जांच कर रही है समिति
यह समिति बृजभूषण के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रही है। दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम के अध्यक्षता वाली समिति का गठन 23 जनवरी को किया गया था। देश के चोटी के पहलवानों ने WFI के प्रमुख बृजभूषण पर कई महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न करने, खिलाड़ियों को धमकाने और तानाशाही तरीके से खेल निकाय का संचालन करने के आरोप लगाए थे।
WFI President पर यौन उत्पीड़न का आरोप, विनेश के सनीसनीखेज आरोप, बृजभूषण का इनकार
20 समर्थकों के साथ पहुंचे थे भूषण
सुनवाई के लिए बृजभूषण अपने 20 समर्थकों के साथ पहुंचे थे। सुनवाई लगभग तीन घंटे तक चली। खेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि बृजभूषण समिति के सामने पेश हुए। उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी कुछ भी गलत काम नहीं किया। बृजभूषण हालांकि भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) मुख्यालय के बाहर इंतजार कर रहे मीडिया से बचते रहे। उन्होंने कहा कि अभी जांच चल रही है और इस समय वह WFI या अन्य किसी मामले पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
जंतर-मंतर पर दिया था पहलवानों ने धरना
उनके खिलाफ आरोप देश के चोटी के पहलवानों ने लगाए हैं जिनमें विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया भी शामिल हैं। पहलवान पहले ही समिति के सामने पेश हो चुके हैं। जनवरी में देश के चोटी के पहलवानों ने जंतर-मंतर पर तीन दिवसीय धरना दिया था और बृजभूषण को बर्खास्त करने और WFI को भंग करने की मांग की थी। इसके बाद भाजपा के सांसद बृजभूषण को जांच पूरी होने तक डब्ल्यूएफआई का कामकाज नहीं देखने के लिए कहा गया था।