ओस्लो। World Wrestling Championship: अनुभवी पहलवानों के बिना विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में गई भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। पुरूषों की टीम बिना किसी पदक के वापस लौट चुकी है। जबकि महिला वर्ग में भी भारत के हाथों निराशा लगी। भारत के लिए पदक की सबसे बड़ी उम्मीद पूर्व एशियाई चैंपियन पिंकी (76 किग्रा) को कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में अमेरिका की जेना रोस बुरकर्ट के हाथों 2-5 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। पिंकी इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप (World Wrestling Championship) में पदक जीतने वाली पांचवीं महिला पहलवान बनने के लिए चुनौती पेश कर रही थीं।
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इसके अलावा अन्य महिला पहलवानों को भी शिकस्त का सामना करना पड़ा। हैनी कुमारी (50 किग्रा) ने कोरिया की मिरान चियोन के खिलाफ 9-2 की जीत के साथ शुरुआत की लेकिन क्वार्टर फाइनल में रूस की नादेजदा सोकोलोवा के खिलाफ वह सिर्फ 35 सेकंड में हार गईं। सोकोलोवा ने शुरुआती 15 सेकंड में ही 6-0 की बढ़त बना ली और इसके बाद उन्हें मुकाबला अपने नाम करने में अधिक समय नहीं लगा।
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इसी तरह, पूजा (53 किग्रा) को जापान की अकारी फुजिनामी से हार मिली, जिन्होंने अपने कॅरिअर में अब तक कोई मुकाबला नहीं गंवाया है। भतेरी (65 किग्रा) को रूस की दिनारा कुदाएवा सेलिखोवा के खिलाफ 0-8 से हराया। जबकि किरन (76 किग्रा) ने कोरिया की किम कोली को 6-0 से हराकर शुरुआत तो अच्छी की लेकिन अंतिम-8 में अमेरिका की एडेलिन मारिया ग्रे ने उन्हें चित्त कर दिया।
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इससे पहले पुरूषों की भारतीय फ्रीस्टाइल टीम World Wrestling Championship से खाली हाथ वापस लौट आई है। 61 किलोग्राम भारवर्ग में रविंदर और 65 किलोग्राम वर्ग में रोहित कांस्य पदक जीतने के करीब पहुंचे थे। लेकिन आखिरी मुकाबलों में हारकर वो भी पदक से वंचित ही रह गए। उनके अलावा बाकी पहलवान तो पहले ही राउंड में हारकर बाहर हुए। दरअसल, भारत के टॉप पहलवानों ने इस चैंपियनशिप से पहले ही अलग-अलग कारणों से नाम वापस ले लिया था। इस कारण युवा पहलवानों को मौका दिया गया था।