नई दिल्ली। Weightlifting: पिछले कुछ सालों से अलग-अलग खेलों में भारत का प्रदर्शन बेहतर हो रहा है। इसमें भी देश की बेटियों ने उन खेलों में भारत का परचम लहराया है, जिनमें भारत से पदक की उम्मीद ही नहीं की जाती थी। यही कारण है कि सरकार और खेल संघ भी महिला टीमों को प्रोत्साहित और बेहतर प्रशिक्षण की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इसी के तहत वेटलिफ्टिंग के इतिहास में पहली बार बेटियों की इनामी लीग कराई जा रही है।
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हिमाचल प्रदेश के नगरोटा बागवां में 14 से 22 जून को होने वाली इस Weightlifting लीग में सिर्फ महिला वेटलिफ्टिर ही खेलेंगी। जिनमें टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू और हाल ही में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाली हर्षदा गरुड़ सहित 430 लिफ्टर शामिल हैं।
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भारोत्तोलन संघ के अध्यक्ष सहदेव यादव का कहना है कि महिला लिफ्टर दुनिया में लगातार भारत का मान बढ़ा रही हैं। ऐसे में खेलो इंडिया के तहत महिलाओं को खेलों में बढ़ावा देने के लिए इस लीग का आयोजन किया जा रहा है। ताकि वेटलिफ्टिंग में नई खेप भी तैयार हो सके। लीग में पदक विजेताओं के अलावा पहले आठ स्थान पर रहने वाली महिलाओं को इनाम वितरित किए जाएंगे, लेकिन नकद राशि तभी दी जाएगी जब उनकी डोप रिपोर्ट निगेटिव आ जाएगी।
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यह लीग इस लिए भी महत्पूर्ण हैं क्यों कि इसमें दिखाए गए प्रदर्शन के आधार पर महिला लिफ्टरों की न सिर्फ राष्ट्रीय रैंकिंग तैयार होगी बल्कि अंतरराष्ट्रीय Weightlifting टूर्नामेंटों के लिए राष्ट्रीय शिविर में भी जगह इसमें दिखाए गए प्रदर्शन के आधार पर मिलेगी। सीनियर के विजेता को 20, रजत जीतने वाले 15 और कांस्य विजेता को 12 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। जूनियर के विजेता को 15 और यूथ के विजेता को 12 हजार रुपये की राशि मिलेगी।