नई दिल्ली। इस साल हाल ही में सम्पन्न हुए टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाले अमेरिकी खिलाड़ियों के लिए कोविड वैक्सीन अनिवार्य नहीं की गई थी, लेकिन खिलाड़ियों को वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया था। इस वजह से 80% से ज्यादा खिलाड़ियों ने वैक्सीनेशन करा लिया था। लेकिन खिलाड़ियों के लिए यह विकल्प विंटर ओलंपिक (Winter Olympics)में मौजूद नहीं रहेगा।
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वैक्सीनेशन प्रूफ भी दिखाना अनिवार्य
अमेरिकी ओलंपिक और पैरालंपिक कमेटी (USOPC) ने ऐलान किया है कि Winter Olympics के ट्रेनिंग सेंटर और अन्य सुविधाओं का उपयोग करने वाले खिलाड़ियों, टीमों और स्टाफ के सदस्यों को एक नवंबर तक पूरी तरह से वैक्सीनेटेड होना होगा। Winter Olympics में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को एक दिसंबर तक वैक्सीनेशन प्रूफ भी दिखाना होगा, तभी वे अमेरिकी दल का हिस्सा बन सकेंगे।
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बीजिंग में होंगे Winter Olympics
Winter Olympics अगले साल 4 से 20 फरवरी तक बीजिंग में होना है। 4 से 13 मार्च तक पैरालंपिक होंगे। हालांकि, इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने गेम्स के लिए वैक्सीन को अनिवार्य नहीं किया है। यूएसओपीसी की CEO साराह हिशलेंड ने कहा, ‘सच्चाई यह है कि अभी महामारी खत्म नहीं हुई है। हमारे इस कदम से अमेरिकी खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए सुरक्षित माहौल बनेगा।’
डोप के दागी पदक विजेता नहीं बनेंगे खेल रत्न व अर्जुन
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता डिस्कस थ्रोअर सीमा अंतिल, मुक्केबाज अमित पंघाल और ट्रिपल जंपर रंजीत महेश्वरी का देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार पाने का सपना अभी पूरा नहीं होगा।खेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि डोपिंग के दागी राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के योग्य नहीं होंगे। मंत्रालय ने 19 मई को निकाले आदेश की जगह पुराने को बहाल कर दिया है। इसके बाद पंघाल ने खेल रत्न और महेश्वरी ने अर्जुन के लिए आवेदन किया था। सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय फिलहाल इस तरह का आदेश जारी कर किसी विवादों में नहीं फंसना चाहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए उसने पुराने आदेश को बहाल किया है।














































































