Tokyo Olympic आयोजक अगले साल तय करेंगे हैल्थ प्रोटोकाॅल
नई दिल्ली। Tokyo Olympic में खिलाड़ियों को 14 दिन आईसोलेशन पर नहीं रहना पड़ेगा। दरअसल, जापान सरकार की ओर से कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए बाहर से आने वाले लोगों के लिए 14 दिन क्वारैंटाइन निर्धारित की गई है। जिसे जापान सरकार कम करने की विचार कर रही है। अगर ऐसा हुआ तो इसका फायदा टूर्नामेंट में खेलने वाले खिलाड़ियों को भी मिलेगा।
Tokyo Olympic के आयोजकों का कहना है कि इस पर अभी और काम करने की जरूरत है। क्योंकि 14 दिन का क्वारैंटाइन संभव नहीं है। हालांकि कोविड प्रोटोकाॅल के कारण खिलाड़ियों को जापान आने से 72 घंटे पहले तक कोरोना रिपोर्ट निगेटिव रिपोर्ट लेना जरूरी होगा।
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अगले साल तय होगा हेल्थ प्रोटोकॉल
टोक्यो चीफ ऑफिसर तासीरो मोटो ने लोकल प्रशासन से मीटिंग के बाद कहा कि Tokyo Olympic में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा या नहीं। अथवा उन्हें किस तरह के हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा, यह अभी तय नहीं है। अगले साल कोरोना के हालात को देखते हुए इस पर निर्णय लिया जाएगा। हालांकि जापान ने पिछले हफ्ते प्रयोग के तौर पर चार देशों की जिम्नास्टिक प्रतियोगिता के दौरान लोकल लोगों को एंट्री दी गई थी। जिसके बाद संभावना बनी है कि कोविड गाइडलाइंस में टोक्यो ओलंपिक्स के दौरान काफी रियायत मिल सकेगी।
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आईओसी अध्यक्ष अगले हफ्ते करेंगे टोक्यो का दौरा
मोटो ने बताया कि अगले हफ्ते इंटरनेशनल ओलिंपिक कमिटी के अध्यक्ष थॉमस बाक ने ओलिंपिक तैयारियों का जाजया लेने के लिए जापान आने वाले हैं। उस दौरान जापान सरकार और टोक्यो के लोकल प्रशासन से कोरोना सहित सभी मुद्दों पर चर्चा किया जाएगा।
इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने कोरोना की वजह से 2021 से 2024 के बजट में 16 फीसदी की बढ़ोतरी की है। साथ ही Tokyo Olympic के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए विभिन्न देशों की दी जाने वाली राशि में भी 24 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। एथलीटों के सपोर्ट प्रोग्राम के बजट को भी 25 फीसदी बढ़ाया गया है।
बोर्ड ने बजट को दी मंजूरी
Tokyo Olympic कमेटी के एग्जक्यूटिव बोर्ड ने 2021-24 के बीच ओलंपिक की तैयारियों के लिए 16 प्रतिशत बजट बढ़ाने की मंजूरी दी है। अब बजट अब बढ़ाकर 4389 करोड़ रूपए कर दिए गए हैं। ताकि विभिन्न देशों की ओलंपिक कमेटी, खिलाड़ियों और महाद्वीप को खेलों को बढ़ावा देने और ओलंपिक की तैयारी के लिए दिया जा सके। इससे पहले 2017-19 बीच यह बजट 3790 करोड़ रूपए था।