Tokyo Olympic : पहलवान सोनम बड़े भाई के साथ कर रहीं प्रैक्टिस

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नई दिल्ली। पूरा भारत इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट में है। इस कोरोना महामारी ने खेल जगत को पूरी तरह से प्रभावित कर रखा है। साथ ही भारतीय खिलाडिय़ों की ओलंपिक तैयारियों पर असर डालने में कसर नहीं छोड़ी है। कुश्ती, टेबल टेनिस सहित कुछ ऐसे खेल हैं जिनका कोरोना के चलते शिविर ही नहीं लग पा रहा है। इसके बावजूद इसके टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) का टिकट हासिल करने वाले खिलाडिय़ों ने इन विपरीत परिस्थितियों में ओलंपिक के अभ्यास को अपनी साधना बना लिया है।

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विपरीत परिस्थितियों के बावजूद ओलंपिक की तैयारियों में जुटे हैं खिलाड़ी 

साक्षी मलिक को हराकर ओलंपिक (Tokyo Olympic) का टिकट हासिल करने वाली पहलवान सोनम अपने बड़े भाई मोहित के साथ गांव में प्रैक्टिस कर रही हैं। वहीं सीमा ने अपने सहेली को कुश्ती लडने के लिए बुलाया है। मई की तेज गर्मी के बावजूद नीरज चोपड़ा, हिमा दास, शिवपाल सिंह, दुती चंद, तेजिंदर पाल सिंह तूर जैसे एथलीट NIS पटियाला में अभ्यास  कर रहे हैं। यही नहीं शरत कमल, जी सथियन, मनिका बत्रा ने अपने शहरों चेन्नई और पुणे को ही अभ्यास का केंद्र बना लिया है।

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पहलवानों को नहीं लगा कैंप 

बुल्गारिया में हुए ओलंपिक क्वालिफायर के बाद पहलवानों का कैंप नहीं लग सका है। नतीजन पहलवान अपने स्तर पर अभ्यास कर रहे हैं। ऐसे में जोड़ीदार की समस्या दूर करने  के लिए उन्होंने खुद ही इंतजाम कर रहे हैं। ओलंपिक क्वालिफायर में चोटिल होने के बाद सोनम घर पर ही हैं, लेकिन वह अपने बड़े भाई मोहित के साथ कोच अजमेर सिंह की अकादमी में हल्का-फुल्का अभ्यास कर रही हैं। 50 किलो में क्वालिफाई करने वाली सीमा अपनी सहेली रमन के साथ अभ्यास कर रही हैं तो 57 किलो में टोक्यो जाने वाली अंशु मलिक ने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत जीतने वाली सीनियर पहलवान अनीता के साथ अभ्यास कर रही हैं। वह अनीता को अपने साथ पोलैंड भी ले जाएंगी।

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सोशल मीडिया पर देख रहे दूसरे देशों में चल रहे कंपटीशन

मई-जून की गर्मियों में पटियाला में एथलीटों की तैयारियां नहीं कराई जाती हैं, लेकिन कोरोना के चलते लगी पाबंदियों के कारण एथलीट यहीं प्रैक्टिस को मजबूर हैं। गर्मी से बचने के लिए प्रशिक्षक सुबह एथलीटों को जल्दी और शाम दो देर तक अभ्यास करा रहे हैं। पटियाला में स्प्रिंट, रिले, थ्रोअर एथलीट अभ्यास कर रहे हैं। एथलीटों की समस्या उन्हें कंपटीशन नहीं मिलना है। ये एथलीट इस वक्त दूसरे देशों में चल रहे कंपटीशनों को अपने मोबाइल पर देख रहे हैं।

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