नई दिल्ली। भारत को रविवार को एएफसी महिला एशियाई कप (AFC Women’s Asian Cup 2022) से बाहर होने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि उसके 12 खिलाड़ियों की कोविड-19 जांच पॉजिटिव आई है। इसके बाद चीनी ताइपे के खिलाफ का ग्रुप ए मैच शुरू होने से कुछ मिनट पहले ही रद्द करना पड़ा। कोरोना मामलों के आलवा दो खिलाड़ी चोटिल होने के कारण बाहर हो गई थीं। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने भी बयान जारी करके घटनाक्रम पर चिंता जताई है।
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खिलाड़ियों का स्वास्थ्य हमारे लिए सर्वोपरि- पटेल
पटेल ने कहा, ‘हम उतने ही निराश हैं जितना शायद पूरा देश इस समय इस अवांछित स्थिति के पैदा होने से होगा। हालांकि खिलाड़ियों का स्वास्थ्य हमारे लिए सर्वोपरि है और किसी भी परिस्थितियों में इससे समझौता नहीं किया जा सकता। मैं सभी संक्रमित खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों के जल्द से जल्द पूर्ण रूप से ठीक होने की कामना करता हूं। एआईएफएफ और एएफसी उनका पूरा समर्थन करेगा।’
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भारत का चीन के खिलाफ मुकाबला खेलना संभव नहीं
भारत को बुधवार को अपना अंतिम ग्रुप मैच चीन के खिलाफ खेलना था लेकिन इसके भी होने की संभावना नहीं है क्योंकि टीम के पास शुरुआती एकादश उतारने के लिए पर्याप्त खिलाड़ी नहीं हैं। नाकआउट 30 जनवरी से शुरू होंगे जिससे टूर्नामेंट के आयोजकों के लिए कार्यक्रम में फेरबदल करना असंभव हो गया है।
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यह है नियम
कोरोना महामारी के दौरान एएफसी प्रतियोगिताओं के लिए ‘विशेष नियम’ के अनुच्छेद 4.1 के अनुसार, ‘यदि भाग लेने वाली टीम/ प्रतिभागी क्लब के पास किसी भी कारण (कोविड-19 से संबंधित या नहीं) से एक मैच के लिए 13 से कम प्रतिभागी खिलाड़ी (जिसमें एक गोलकीपर शामिल हो) उपलब्ध हैं तो वह मैच में हिस्सा नहीं ले सकती। इस स्थिति में प्रतिभागी टीम या प्रतिभागी क्लब मैच के आयोजित नहीं होने के लिए जिम्मेदार होगा और माना जाएगा कि उसने संबंधित टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है।’