नई दिल्ली। Chess World Cup : महिला चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में केानेरू हम्पी और दिव्या देशमुख के बीच पहला गेम ड्रॉ हो गया है। जॉर्जिया के बटुमी में खेले जा रहे इस खिताबी मुकाबले में दूसरी बाज आज खेली जाएगी। जीत किसी को भी मिले महिला चेस वर्ल्ड कप का खिताब भारत के हाथ आना तय है। Chess World Cup के इतिहास में ये पहला मौका है जबकि फाइनल मैच भारतीय खिलाड़ियों के बीच ही खेला जा रहा है।
♟ FIDE Women’s World Cup Final, Game 1: Narrow escape for 🇮🇳 Humpy Koneru; solid start by 🇮🇳 Divya Deshmukh.
🔗 Read more: https://t.co/rCr2YrLPCN
📷 Anna Shtourman/ FIDE#FIDEWorldCup pic.twitter.com/yRSQq5sxOC
— International Chess Federation (@FIDE_chess) July 26, 2025
फाइनल के पहले गेम में एक समय दिव्या देशमुख 25 चालों के भीतर जीत की स्थिति में थीं। लेकिन हम्पी ने दिव्या की छोटी-छोटी गलतियों का फायदा उठाकर गेम ड्रॉ करवा लिया। दूसरा गेम आज रविवार को खेला जाएगा, जिसमें हम्पी सफेद मोहरों से खेलेंगी। यदि यह मुकाबला भी बराबरी पर रहा, तो Chess World Cup के विजेता का फैसला टाईब्रेकर में कम समय की बाजियों के जरिए होगा।
वर्ल्ड रैपिड चौंपियन हम्पी का इस ड्रॉ के बावजूद पलड़ा भारी माना जा रहा है, क्योंकि वह पहले गेम में काले मोहरों से खेली थीं। दो गेम के इस क्लासिकल शतरंज फॉर्मेट में अगले और अंतिम गेम में हम्पी को सफेद मोहरों का फायदा मिलेगा।
IND vs ENG : जीत से 8 कदम दूर इंग्लैंड, ड्रॉ के लिए टीम इंडिया को केएल राहुल-शुभमन गिल से आस
हम्पी-दिव्या ने रचा इतिहास
कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख ने महिला चेस वर्ल्ड कप में नया इतिहास रचा। ये पहला मौका है जबकि खिताबी मुकाबले में दोनों भारतीय खिलाड़ी खेल रही हैं। हम्पी ने सेमीफाइनल में टाईब्रेकर में चीन की टिंगजी लेई को हराकर फाइनल में जगह बनाई। जबकि दिव्या ने सेमीफाइनल में पूर्व विश्व चैंपियन तान झोंग्यी को शिकस्त देकर फाइनल में प्रवेश किया था। इस टूर्नामेंट में पहली बार भारत की चार महिला खिलाड़ियों कोनेरू हम्पी, हरिका द्रोणवल्ली, आर. वैशाली, और दिव्या देशमुख ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई, जो भारतीय शतरंज के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।