U-19 में राजस्थान की तरफ से सर्वाधिक बनाने वाले खिलाड़ी रहे देवेश अग्रवाल
जयपुर। आईपीएल शुरू होने वाली है। देश-दुनिया की नजरें टिकी हैं 19 सितंबर से क्रिकेट के मैदान पर उतरने वाले सितारों पर। लेकिन इसके उलट हम आपके लिए लाए हैं, उन उभरते हुए खिलाड़ियों की कहानी जो अभी संघर्ष के दौर में हैं। लेकिन आने वाले दिनों में सितारों भरी इस दुनिया में दस्तक जरूर देंगे। आज बात करेंगे इस साल राजस्थान की तरफ से U-19 और U-23 में शानदार प्रदर्शन करने वाले देवेश अग्रवाल की।
अपने जबर्दस्त कवर ड्राइव से सबको चकित कर देने वाले देवेश इस साल U-19 के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहे। राजस्थान की तरफ से खेलते हुए उन्होंने कूच बिहार ट्रॉफी के 9 मैचों में 666 रन बनाए और 9 विकेट अपने नाम किए। टूर्नामेंट में उनकी बल्लेबाजी किस स्तर की रही, इसका अंदाजा आंकड़ों से लग सकता है। 9 मैचों में उन्होंने मध्यप्रदेश के खिलाफ सर्वाधिक 167 रनों की पारी खेली। जबकि दिल्ली, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब और आंध्र प्रदेश के खिलाफ अर्द्धशतक जमाए।
पिछले कुछ समय से अपने शानदार प्रदर्शन से देवेश अग्रवाल ने सलेक्टर्स का ध्यान भी अपनी तरफ खींचा है। लॉकडाउन के दौरान अपने घर में ही फिटनेस ट्रेनिंग करने वाले देवेश ने एक बार फिर अपनी अकेडमी में मोर्चा संभाल लिया है।
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संस्कार क्रिकेट एकेडमी से शुरू हुआ सफर
देवेश अग्रवाल जयपुर में सिरसी रोड स्थित Sanskar Cricket Academy में 2016 से लगातार क्रिकेट की बारीकियां सीख रहे हैं। एकेडमी के संचालक सुरेंद्र सिंह राठौड़ की कोचिंग में ही देवेश का करियर संवर रहा है। देवेश खुद भी उनके खेल में निखार का पूरा श्रेय कोच और ट्रेनर्स को देते हैं। उनके पिता अनिल अग्रवाल भी क्रिकेट के शौकीन हैं। देवेश को एक मैच के दौरान उनके कोच सुरेंद्र सिंह ने खेलते देखा और उनके पिता को उसे एकेडमी भेजने का सुझाव दिया। उसके बाद से ही देवेश लगातार संस्कार क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग कर रहे हैं।
Sanskar Cricket Academy
रणजी ट्रॉफी खेलने का लक्ष्य
देवेश का कहना है कि पिछले करीब 6 महीने का समय तो कोरोना के कारण खराब हो चुका है। अभी यह भी पता नहीं कि आगे कितना क्रिकेट होगा या नहीं। लेकिन मैं अब रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए खुद को तैयार कर रहा हूं। उसके लिए मुझे मेरे प्रदर्शन में सुधार और निरंतरता रखनी होगी। देवेश ने कहा कि इसके लिए कोच अब उसे गुड लैंग्थ गेंदों को अच्छी तरह खेलना और पुल करने की प्रैक्टिस करवा रहे हैं। एकेडमी संचालक सुरेंद्र सिंह का भी कहना है कि U-19 में शानदार प्रदर्शन से देवेश ने सलेक्टर्स का ध्यान खींचा है लेकिन आगे जाने के लिए लगातार बेहतर प्रदर्शन करना जरूरी है।
सचिन के फैंस, आइडल विराट कोहली
वैसे तो हर आम क्रिकेट फैन की तरह Devesh Agarwal भी मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बड़े फैन हैं। लेकिन अपना आइडल टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को मानते हैं। उनका कहना है कि वे कोहली की बैटिंग को देखकर अपनी बैटिंग में भी सुधार करने की कोशिश करते हैं। राजस्थान की तरफ से U-19 में बेहतर प्रदर्शन के चलते देवेश को U-23 में भी दो मैच खेलने का मौका दिया गया था। उन मैचों में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। ऐसे में आने वाले दिनों में देवेश को आगे बढ़ने के और मौके मिल सकते हैं।
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अंडर-19 में राजस्थान के टॉप स्कोरर
देवेश अग्रवाल इस साल U-19 में राजस्थान की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। लेकिन राजस्थान के प्रतिष्ठित मथुरा दास माथुर अवार्ड को जीतने में कुछ कसक रह गई। यही कारण है कि देवेश अब अपने प्रदर्शन में और सुधार करना चाहते हैं। उनका कहना है कि अब U-23 में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। ताकि रणजी में जगह मिल सके। अथवा चैलेंजर ट्रॉफी में अच्छा खेलकर रणजी में जगह बनानी है। इस बार देवेश U-19 में सर्वाधिक रन बनाने वाले देश के U -15 खिलाड़ियों में भी शामिल रहे हैं।
एकेडमी में सुबह 4 घंटे रोज प्रैक्टिस
कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन और उसके बाद लगी पाबंदियों के कारण खिलाड़ियों की ट्रेनिंग पर खासा असर पड़ा है। इस दौरान संस्कार एकेडमी भी बंद रही। लॉकडाउन के दौरान देवेश घर पर अपनी फिटनेस को लेकर खासे सतर्क रहे। घर पर अपनी एक्सरसाइज और फिटनेस ट्रेनिंग के वीडियो बनाकर कोच सुरेंद्र सिंह को भेजते रहे। और उसी के आधार पर कोच देवेश को जरूरी गाइडेंस देते रहे। लेकिन अब एकेडमी खुलने के बाद से एक बार फिर देवेश ने सुबह करीब 4 घंटे नेट्स पर पसीना बहाना शुरू कर दिया