नई दिल्ली। Football : एएफसी एशियाई कप क्वालिफाइंग दौर के मैच में भारतीय Football टीम के हांगकांग से 0-1 से हारते ही घमासान मच गया है। फुटबॉल महासंघ में इस हार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भारत के स्टार फुटबॉलर रहे बाईचुंग भूटिया ने महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे से इस्तीफा मांग लिया। इसके जवाब में चौबे ने भूटिया पर निजी हित साधने के लिए व्यावसायिक अकादमी चलाने का आरोप जड़ दिया। इसी बीच भारतीय फुटबॉल की स्थिति सुधारने के लिए ISL (इंडियन सॉकर लीग) के नियमों में बदलाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
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सूत्रों का कहना है कि भारतीय फुटबॉल टीम का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से बेहद खराब रहा है। अपेक्षाकृत कमजोर टीमों के खिलाफ भी भारत को हार का सामना करना पड़ा है। हाल ही में हांगकांग से मिली हार भी इसमें शामिल है। माना जा रहा है कि भारतीय टीम की डिफेंस और फॉरवर्ड पंक्ति बेहद कमजोर हो गई है। इसका कारण ये है कि टीम इंडिया के अधिकांश खिलाड़ियों को वर्ल्ड क्लास फुटबॉल खेलने का मौका उतना नहीं मिल पा रहा है, जितना मिलना चाहिए।
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ISL के नियम बदलने की तैयारी है
अनुभव की समस्या से निजात पाने के लिए अब ISL जैसी घरेलू लीग में नियमों में बदलाव की चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल की तर्ज पर आईसीएल की टीमों पर भी बंदिशें लागू की जाएंगी। आईपीएल में प्लेइंग इलेवन में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ियों की संख्या निश्चित है, जिससे भारतीय खिलाड़ी अधिक संख्या में प्लेंइग इलेवन में शामिल होते हैं। यही तरीका ISL में भी अपनाने की तैयारी है, ताकि विदेशी खिलाड़ियों की संख्या कम की जाए जिससे भारतीय स्ट्राइकरों को ज्यादा से ज्यादा मौके मिलें। घरेलू लीगों में भारतीय खिलाड़ियों को जितना ज्यादा मौका मिलेगा, उतना ही उनका खेल बेहतर होगा।
फुटबॉल महासंघ में घमासान शुरू
एएफसी एशियाई कप क्वालिफाइंग दौर में हांगकांग के खिलाफ हार सभी को परेशान करने वाली है। इस हार के बाद अब फुटबॉल महासंघ में घमासान मच गया है। बाईचुंग भूटिया और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के अध्यक्ष कल्याण चौबे आमने-सामने हैं। पहले भूटिया से इस्तीफा मांग लिया और अब चौबे ने भूटिया पर अपने ‘निहित स्वार्थ’ के लिए व्यावसायिक अकादमियां चलाने का आरोप जड़ दिया।
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पूर्व कप्तान ने हालांकि इन आरोपों को निराधार बताया। भूटिया ने चौबे पर भारतीय Football को नष्ट करने का आरोप लगाया। इस पर चौबे ने कहा कि भूटिया पूरी तरह से व्यावसायिक व्यक्ति हैं। वे अकादमी चला रहे हैं और बेहिसाब पैसा कमा रहे हैं। इस पर भूटिया ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चौबे को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि अकादमी कैसे चलाई जाती है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने फुटबॉल स्कूल अपनी मेहनत की कमाई से खोले हैं। चौबे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्हें फुटबॉल अकादमी के बारे में कुछ भी नहीं पता।