Rani Rampal : हॉकी की ’रानी’ का संन्यास, रिकॉर्ड के शिखर पर करियर

0
580
Rani Rampal
Advertisement

नई दिल्ली। Rani Rampal : भारतीय महिला हॉकी की दिग्गज रानी रामपाल ने गुरुवार को अपने खेल करियर को अलविदा कह दिया। उनकी कप्तानी में भारत ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में ऐतिहासिक चौथा स्थान हासिल किया था। रानी पिछले कुछ सालों के दौरान ऐसी खिलाड़ी बन कर उभरीं, जिनके इर्द-गिर्द ही भारतीय महिला हॉकी घूमती दिखाई दी। उन्होंने अपने आक्रामक रवैये के साथ टीम का नेतृत्व किया और भुलाई जा चुकी महिला हॉकी को फिर नई पहचान दी।

30 वर्षीय पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान ने 2008 में कजान में ओलंपिक क्वालीफायर में सिर्फ 14 साल की उम्र में डेब्यू किया। करियर में उन्होंने 254 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और 120 गोल किए। जिससे वह सीनियर स्तर पर भारतीय हॉकी का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी बन गईं।

IND vs NZ : वॉशिंगटन सुंदर के 7 विकेट, न्यूजीलैंड की पहली पारी 259 रनों पर ढेर

सबसे कम उम्र में वर्ल्ड कप खेला

Rani Rampal ने महज 15 साल की उम्र में विश्व कप में अपना डेब्यू करते हुए भारत के लिए सबसे कम उम्र में वर्ल्ड कप खेलने वाली खिलाड़ी बन गईं। उन्होंने 2010 संस्करण में भारत के सात में से पांच गोल किए, और ’यंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का पुरस्कार हासिल किया। वह उस भारतीय टीम का हिस्सा थीं जिसने 2009 में एशिया कप में रजत पदक जीता था। 2014 एशियाई खेलों में उन्होंने भारत को कांस्य पदक दिलाने में मदद की थी। रियो 2016 में अपने ओलंपिक डेब्यू में भारत के निराशाजनक 12वें स्थान पर रहने के बावजूद, टीम पर रानी का प्रभाव बढ़ता रहा।

CK Nayudu Trophy और अगले Ranji मुकाबले के लिए टीम राजस्थान का ऐलान

भारत को दिलाया एशिया कप का खिताब

रानी 2017 में भारत की महिला एशिया कप विजेता टीम का हिस्सा थीं। उन्हें जल्द ही कप्तान बनाया गया और 2018 में, उन्होंने भारत को एशियाई खेलों में रजत पदक, विश्व कप में क्वार्टरफाइनल और राष्ट्रमंडल खेलों में चौथा स्थान दिलाया। टोक्यो 2020 में, Rani Rampal ने मिडफील्ड में अहम भूमिका निभाई और अपने खेल से सभी को प्रभावित किया। हालांकि, भारत पदक से चूक गया लेकिन टीम ने प्रभावी चौथा स्थान हासिल किया। उसी वर्ष उन्हें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

IND vs NZ: आज छोटी सी गलती भी पड़ेगी भारी, परफेक्ट प्लेइंग XI का चयन बड़ी चुनौती

अब नई भूमिका में होंगी रानी

टोक्यो 2020 के बाद से चोट ने उन्हें काफी परेशान किया, जिससे वह 2022 में FIH महिला हॉकी विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर हो गईं। जबकि उन्होंने 2023 में राष्ट्रीय टीम में वापसी की, लेकिन उन्हें एशियन गेम्स की टीम में शामिल नहीं किया गया। पिछले साल, Rani Rampal पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी बनीं, जिनके नाम पर स्टेडियम का नाम रखा गया। रायबरेली में भारतीय रेलवे के मॉडर्न कोच फैक्ट्री स्टेडियम का नाम बदलकर रानी गर्ल्स हॉकी टर्फ कर दिया गया। रानी को 2023 में हॉकी इंडिया द्वारा भारत की अंडर-17 टीम का कोच नामित किया गया था। इस साल, उन्होंने हॉकी इंडिया लीग में सूरमा हॉकी क्लब के लिए कोच और मेंटर की भूमिका भी निभाई।