Women’s T20 WC: हार के बाद फिटनेस पर सवाल, पूर्व कप्तान बोलीं- इन्हें चाहिए बीसीसीआई का डंडा

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Women’s T20 WC Diana edulji slams india for fitness in semifinal against australia
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नई दिल्ली। Women’s T20 WC: भारतीय महिला टीम का वर्ल्ड कप जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया। गुरुवार को टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद जहां कुछ दिग्गज टीम इंडिया का इस मुश्किल में समय साथ दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी ने खिलाडिय़ों को जमकर खरी-खोटी सुनाई है। उन्होंने कड़े शब्दों में टीम के खिलाडिय़ों की फिटनेस की आलोचना की और साथ ही फील्डिंग को हार की वजह बताया।

बातचीत में एडुल्जी ने कहा कि महिला टीम को अपनी खराब फील्डिंग का खामियाजा भुगतना पड़ा। इसके साथ ही उन्होंने कप्तान हरमप्रीत कौर के रनआउट को भी लापरवाही बताया जिससे टीम इंडिया Women’s T20 WC का ये अहम मुकाबला हार गई। उनका कहना है कि इस टीम को डंडे की जरूरत है तभी वो खिताब जीत पाएगी।

टीम इंडिया की फिटनेस पर उठाए सवाल

पूर्व कप्तान एडुल्जी ने कहा कि Women’s T20 WC में जैसी सीनियर टीम की फिटनेस दिखी, वह जूनियर टीम से भी खराब है। उन्होंने कहा, ‘मुझे अंडर 19 टीम के खिलाड़ी सीनियर टीम से ज्यादा फिट दिखते हैं। वो फाइनल में चोक नहीं करते। 2017 से लेकर 2023 तक भारतीय टीम की कहानी एक जैसी ही है। बीसीसीआई को खिलाडिय़ों की फिटनेस का टेस्ट करना चाहिए। अगर यो-यो टेस्ट होगा तो 15 में से 12 फेल हो जाएंगी। इसके लिए कोई और विकल्प देखना चाहिए।’

टीम को चाहिए बीसीसीआई का डंडा

एडुल्जी ने आगे कहा, ‘उन्हें बीसीसीआई का डंडा चाहिए तभी वो टॉप पर पहुंच पाएंगे। आपको बीसीसीआई से सबकुछ मिल रहा है। यहां तक कि समान सैलरी भी। जब भी आप Women’s T20 WC सेमीफाइनल की तरह जीता हुआ मैच हार जाते हैं तो ये आदत बन जाती है। बीसीसीआई को एक कड़ा फैसला लेना होगा। स्टार कल्चर बहुत ज्यादा हो गया है, ऐसे काम नहीं चलेगा।’

हरमनप्रीत पर भी उठाए सवाल

एडुल्जी ने Women’s T20 WC के सेमीफाइनल में हरमनप्रीत कौर के रनआउट पर भी दो टूक राय रखी। उन्होंने कहा, ‘वो सोच रही है कि उसका बल्ला अटक गया लेकिन आप देंखेगें कि वो दूसरा रन बहुत धीमी गति से ले रही थी। जब आप जानती हैं कि आपका विकेट इतना अहम है तो ये ऐसे भागने की क्या जरूरत थी। आपको जीत के लिए प्रोफेशनल क्रिकेट खेलना चाहिए। पैरी को देखिए, उन्होंने डाइव लगाकर दो रन बचाए, वो होता है प्रोफेशनलिज्म। वो आखिर तक हार नहीं मानते और लडऩे के लिए तैयार रहते हैं।’

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