नई दिल्ली। भारत ने पांचवीं बार अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है। यंगिस्तान ने 190 रन के टारगेट को 47.4 ओवर में 6 विकेट खोकर पार कर लिया। निशांत सिंधु 50 और दिनेश बाना 13 रन बनाकर नाबाद रहे। बाना ने सिक्स जमाकर टीम को जीत दिलाई। सीनियर क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत को श्रीलंका के ऊपर इसी अंदाज में सिक्स जमाकर जीत दिलाई थी।
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फाइनल मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए इंग्लैंड की टीम 44.5 ओर में 189 रन के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। जेम्स रेव ने सबसे ज्यादा 95 रन बनाए। भारत की ओर से राज बावा के अलावा रवि कुमार ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की। उन्होंने चार विकेट लिए। कौशल तांबे को 1 सफलता मिली।
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इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और दूसरे ही ओवर में रवि कुमार ने जैकब बेथेल (2) को LBW आउट किया। अपने अगले ही ओवर में रवि ने कप्तान टॉम प्रेस्ट (0) को क्लीन बोल्ड कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। जॉर्ज थॉमस (27) के स्कोर पर राज बावा की गेंद पर आउट हुए। भारत को चौथी सफलती भी राज बावा ने ही दिलाई। उन्होंने विलियम लक्सटन (4) को विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश बाना के हाथों कैच कराया। बावा ने इसकी अगली ही गेंद पर जॉर्ज बेल (0) को भी पवेलियन चलता कर दिया। दो ओवर बाद बावा ने रेयान अहमद (10) को स्लिप में कैच करवाकर भारत को छठी कामयाबी दिलाई। कौशल ताबें ने एलेक्स हॉर्टन (10) को कप्तान यश धुल के हाथों कैच काराया।
इसके बाद जेम्स रेव और जेम्स सेल्स ने बेहतरीन साझेदारी की। इस साझेदारी को रवि कुमार ने 44वें ओवर की पहली गेंद पर रेव को आउट कर तोड़ा। इसी ओवर में उन्होंने थॉमस स्पिनवॉल (0) को भी चलता कर दिया। 45वें ओवर में राज बावा ने जोशुओ बोडेन (1) को आउट कर इंग्लैंड की पारी को समाप्त कर दिया।
भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में एक मैच भी नहीं हारी और लगातार 6 जीत के साथ चैंपियन बनी। पहले मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को 45 रन से हराया। इसके बाद भारतीय टीम ने आयरलैंड को 174 रन से और यूगांडा को 326 रन से हराया। क्वार्टर फाइनल में भारत ने बांग्लादेश को 5 विकेट से मात दी। सेमीफाइनल में हमने ऑस्ट्रेलिया को 96 रन से हराया। अब फाइनल में इंग्लैंड को 4 विकेट से हराकर पांचवीं बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।