T20 World Cup: Quinton de Kock ने मांगी माफी, आगे के मैचों में घुटने पर झुकने को तैयार

0
402

नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक (Quinton de Kock) ब्लैक लाइव्स मैटर (BLM) को सपोर्ट करने के लिए घुटने पर बैठने को तैयार हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ किए गए अपने बर्ताव के लिए साथी खिलाड़ियों और फैन्स से माफी भी मांगी है। डिकॉक ने T20 World Cup 2021 में कैरेबियाई टीम के खिलाफ घुटने पर बैठकर नस्लवाद का सपोर्ट करने से मना कर दिया था और उस मैच में टीम का हिस्सा नहीं रहे थे। जिसके बाद माना जा रहा था कि क्रिकेट साउथ अफ्रीका उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकता है।

T20 World Cup : ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में कांटे की टक्कर आज

साथियों और फैंस से मांगी माफी

डिकॉक ने कहा है, ‘मैं अपने साथियों और प्रशंसकों से सॉरी कहकर शुरुआत करना चाहूंगा। मैं कभी भी इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहता था। मैं नस्लवाद के खिलाफ खड़े होने के महत्व को समझता हूं और मैं एक नजीर पेश करने के लिए खिलाड़ी के तौर पर अपनी जिम्मेदारी को भी समझता हूं। यदि मैं घुटने टेक कर नस्लवाद के खिलाफ दूसरों को जागरुक करने में मदद करता हूं और इससे दूसरों के जीवन को बेहतर बनाता हूं तो मुझे ऐसा करने में बहुत खुशी होगी।’

French Open: सिंधु और लक्ष्य अगले राउंड में पहुंचे, साइना नेहवाल मुकाबले के बीच से हटीं

मैं किसी का अपमान नहीं करना चाहता था

उन्होंने आगे कहा, “मेरा मतलब किसी भी तरह से वेस्टइंडीज के खिलाफ नहीं खेलकर किसी का अपमान करना नहीं था, खासकर खुद वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ हो सकता है कि कुछ लोग यह न समझें कि मंगलवार की सुबह खेल के रास्ते में हमें इसके बारे में बताया गया। मैंने जो भी चोट, भ्रम और क्रोध किया है, उसके लिए मुझे गहरा खेद है। मैं अब तक इस बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दे पर चुप था, लेकिन मुझे लगता है कि मुझे खुद को थोड़ा समझाना होगा। जो नहीं जानते उनके लिए मैं बता दूं कि मैं एक मिश्रित जाति के परिवार से आता हूं। मेरी सौतेली बहनें रंगीन हैं और मेरी सौतेली मां अश्वेत हैं। मेरे लिए, मेरे जन्म के बाद से अश्वेत जीवन मायने रखता है। सिर्फ इसलिए नहीं कि एक अंतरराष्ट्रीय आंदोलन चल रहा था।”

एटीके मोहन बगान का ये पद छोड़ेंगे Sourav Ganguly

समानता का मुद्दा किसी भी व्यक्ति से ज्यादा महत्वपूर्ण

लोगों के अधिकार और समानता का मुद्दा किसी भी व्यक्ति से ज्यादा महत्वपूर्ण है। मुझे यह समझ में आया कि हम सभी के पास अधिकार हैं और वे महत्वपूर्ण हैं। मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे अधिकार छीन लिए गए जब मुझे बताया गया कि हमें घुटने पर झुकना है। कल रात बोर्ड के साथ मेरी बातचीत हुई जो बहुत ही इमोशनल थी।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here