नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने विवादों से बचने के लिए एटीके मोहन बगान के निदेशक पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उन्होंने मंगलवार को आइपीएल की नई टीम अहमदाबाद की नीलामी में टीम का मालिकाना हक हासिल करने वाली कंपनी को लेकर विवाद पर ये फैसला लिया।
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Sourav Ganguly ने शुरू की पद से हटने की प्रक्रिया
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार Sourav Ganguly ने पद से हटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गौरतलब है कि एटीके मोहन बगान आरपीएसजी वेंचर्स लिमिटेड के मालिकाना हक वाली फुटबॉल टीम है, जिसने IPL की लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए 7,090 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बोली लगाई थी। सौरव एटीके मोहन बगान के निदेशक होने के साथ-साथ इसमें शेयरधारक भी हैं। ऐसी रिपोर्ट आइ थी कि सीपीसी कैपिटल ने सट्टा और जुआ खेलने वाली कंपनियों में बड़ा निवेश किया है। इस स्थिति में ऐसी किसी कंपनी को जिसकी सट्टेबाजी और जुआ में दिलचस्पी है उसे नई टीम सौंपना बीसीसीआइ के लिए खतरे से खाली नहीं होगा।
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Sourav Ganguly एटीके मोहन बागान में कोई पद नहीं सभालेंगे
सूत्रों ने कहा कि Sourav Ganguly जब तक BCCI अध्यक्ष बने रहेंगे, तब तक एटीके मोहन बगान में कोई पद नहीं संभालेंगे। आरपीएसजी के उपाध्यक्ष संजीव गोयनका ने कहा था-‘मुझे लगता है कि सौरव एटीके मोहन बगान से पूरी तरह से हट जाएंगे।’ गोयनका ने हालांकि यह भी कहा था कि इस बारे में सौरव ही घोषणा करेंगे।
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इसीलिए Sourav Ganguly ने छोड़ा था मेंटोर का पद
गौलतलब है कि BCCI अध्यक्ष पद संभालने के बाद आइपीएल फ्रेंचाइजी टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ उनको अपने सारे रिश्ते खत्म करने पड़े थे। हितों के टकराव का मामला सामने आने पर गांगुली ने टीम का मेंटोर पद छोड़ दिया था।