मुंबई। Shreyas Iyer : टीम इंडिया के धुरंधर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने टेस्ट क्रिकेट से ब्रेक लेने का ऐलान किया है। श्रेयस ने इस संबंध में बीसीसीआई और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर को बकायदा सूचित कर दिया है। वह अब टेस्ट की जगह वनडे और टी20 पर फोकस करना चाहते हैं।
दरअसल, Shreyas Iyer लंबे समय से पीठ में तकलीफ महसूस कर रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने करीब दो महीने पहले मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर को इस बारे में सूचित किया था। अय्यर ने कहा कि उनके लिए लंबे फॉर्मेट के क्रिकेट का दबाव झेलना मुश्किल हो रहा है। इसी कारण उन्होंने इंडिया-ए के मैच से नाम वापस ले लिया।
IND vs WI टेस्ट सीरीज के लिए आज होगा टीम इंडिया का ऐलान, इन खिलाडिय़ों पर निगाहें
अब टी-20 और वनडे पर फोकस करेंगे अय्यर
अय्यर अब टी20 और वनडे पर ज्यादा फोकस करना चाहते हैं। साथ ही, पीठ की समस्या को ठीक करने के लिए वह रिहैबिलिटेशन और फिटनेस पर भी काम कर सकते हैं।
Asia Cup: रोचक हुई फाइनल की जंग, सभी टीमों के लिए बन रहे ये समीकरण
टेस्ट सीरीज के लिए होना है टीम का ऐएलान
2 अक्टूबर से अहमदाबाद में शुरू होने वाली दो मैचों की वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए 24 सितंबर को टीम चुनने वाले हैं। माना जा रहा था कि सलेक्टर्स अय्यर को टेस्ट क्रिकेट में वापसी का मौका दे सकते हैं। Shreyas Iyer फरवरी 2024 से टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। लेकिन उनके इस फैसले के बाद अब यह संभावना खत्म हो गई है।
टेस्ट क्रिकेट में अय्यर का प्रदर्शन
Shreyas Iyer ने फरवरी 2024 से टेस्ट क्रिकेट में वापसी नहीं की है। उन्होंने 14 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उनकी एकमात्र शतकीय पारी 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में डेब्यू टेस्ट में आई थी। हाल ही में दलीप ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन ने निराश किया, जहां उन्होंने 25 और 12 रन बनाए। इसके बाद इंडिया-ए के लिए पिछले हफ्ते वह सिर्फ 8 रन ही बना सके। हालांकि, पिछले घरेलू फर्स्ट क्लास सीजन में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था, जिसके चलते चयनकर्ताओं ने उन्हें इंडिया-ए का कप्तान बनाया था।
IND vs BAN : एशिया कप सुपर-4 में बांग्लादेश के खिलाफ ये हो सकती है भारत की प्लेइंग XI
वनडे टीम का अहम हिस्सा श्रेयस
Shreyas Iyer ने वनडे क्रिकेट में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस साल उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन टी-20 अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे है। विदेशी पिचों पर तेज और शॉर्ट गेंदों के खिलाफ उनकी कमजोरी और 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं का उन पर से भरोसा कम हुआ था।