नई दिल्ली। Virat Kohli: भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) को पिछले एक दशक का दुनिया का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है। पिछले लगभग 6 महीनों से कोहली फिर से जबर्दस्त फॉर्म में हैं। विराट ने चार आईसीसी टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कप्तानी की। चैंपियंस ट्रॉफी 2017, विश्व कप 2019, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2021 और टी20 विश्व कप 2021 में उन्होंने टीम की कमान संभाली। हालांकि चारों ही मौकों पर वह भारत को चैंपियन बनाने में नाकाम रहे। इस कारण बहुत सारे लोग उन्हें असफल कप्तान मानते हैं। इस बात को लेकर विराट ने अब अपनी पीड़ा को सबके सामने रखा है। विराट ने 15 साल के करियर में भारत के लिए 106 टेस्ट, 271 वनडे और 115 टी20 खेले हैं, जिसमें 25000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं।’’
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चैंपियंस ट्रॉफी से हुई थी शुरूआत
Virat Kohli की कप्तानी में टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में पाकिस्तान से हारी। उसके बाद 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। फिर आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप 2021 के फाइनल में न्यूजीलैंड के शिकस्त मिली और टीम इंडिया उसी साल टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी।
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आरसीबी के पॉडकास्ट में उभरा विराट का दर्द
विराट ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के पॉडकास्ट में कहा कि आईसीसी टूर्नमेंट के सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचने के बाद भी उन्हें ’असफल कप्तान’ बताया गया। भारतीय रन मशीन Virat Kohli ने पिछले साल सभी प्रारूपों से कप्तानी छोड़ दी थी। उन्होंने कहा, ’’आप टूर्नामेंट जीतने के लिए खेलते हो। मैंने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में कप्तानी की (फाइनल में पहुंचा), 2019 विश्व कप में (सेमीफाइनल में पहुंचा), मैंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में कप्तानी की (फाइनल में पहुंचा) और 2021 में टी20 वर्ल्ड कप में (नॉकआउट के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहा)। चार आईसीसी टूर्नामेंट के बाद मुझे एक असफल कप्तान माना गया।’’
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टीम को आक्रामक रहना सिखायाः विराट
कोहली की कप्तानी में भारतीय अंडर-19 टीम 2008 में विश्व कप जीती थी। विराट ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के रवैये में बदलाव लाना हमेशा उनके लिए गर्व की बात होगी। उन्होंने कहा, ’’मैंने खुद को उस नजरिए से कभी नहीं आंका। हमने एक टीम के रूप में और अपने रवैये में परिवर्तन के रूप में क्या हासिल किया, यह हमेशा मेरे लिए गर्व की बात होगी। एक टूर्नामेंट एक निश्चित समय के लिए होता है, लेकिन आपका रवैया लंबे समय तक साथ रहता है और इसके लिए आपको निरंतरता की आवश्यकता होती है।’’
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’मैंने एक खिलाड़ी के रूप में विश्व कप जीता’
Virat Kohli ने कहा, ’’मैंने एक खिलाड़ी के रूप में विश्व कप जीता है। मैंने एक खिलाड़ी के रूप में चैंपियंस ट्रॉफी जीती। मैं उस टीम का हिस्सा रहा हूं जिसने पांच टेस्ट गदा जीते हैं। अगर आप उस नजरिए से देखें तो ऐसे लोग रहे हैं, जिन्होंने कभी विश्व कप नहीं जीता।’’ विराट ने 2011 के वनडे विश्व कप के गौरव को भी याद किया जब महेंद्र सिंह धोनी ने वानखेड़े की खचाखच भरी भीड़ के सामने भारत को खिताबी जीत दिलाई थी।