IPL- बिकेगी गुजरात टाइटंस, टोरेंट ग्रुप खरीदेगा मालिकाना हक, लगभग 7 हजार करोड़ की डील संभव

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अहमदाबाद। IPL फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans) का मालिकाना हक बदलने वाला है। अहमदाबाद के टोरेंट ग्रुप और सीवीसी कैपिटल पार्टनर के बीच गुजरात टाइटंस को टेकओवर करने का समझौता हो गया है। दोनों ग्रुप के बीच यह डील फिलहाल ‘फ्रेंडली शेकहैंड’ के तौर पर हुई है। क्योंकि अभी टाइटंस का लॉक इन पीरियड चल रहा है। बीसीसीआई के नियमों के मुताबिक, लॉक इन पीरियड के दौरान कोई भी ग्रुप अपनी फ्रेंचाइजी को बेच नहीं सकता।

यह पीरियड इसी महीने यानी फरवरी मध्य में खत्म हो जाएगा। टोरेंट के सूत्रों के मुताबिक 15 फरवरी तक यह डील हो जाएगी। डील कितने की हुई है, यह अभी गुप्त रखा गया है। मगर अनुमान है कि यह 6100 करोड़ से 7800 करोड़ रुपए तक हो सकती है।

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ऑफिशियल डील की तैयारी

इस संबंध में टोरेंट ग्रुप का कहना है, ‘हम 2021 में भी गुजरात टाइटंस फ्रेंचाइजी खरीदने की दौड़ में थे। 4,653 करोड़ रु. की बोली लगाई थी लेकिन तब चूक गए। इस बार सीवीसी ग्रुप और टोरेंट के बीच फ्रेंडली डील हो चुकी है। फरवरी में लॉक इन पीरियड खत्म होते ही ऑफिशियल डील साइन हो जाएगी।’ ये बयान इस बात की पुष्टि करता है कि तीन साल पुरानी IPL की गुजरात फ्रेंचाइजी की नई बॉस अब गुजरात की ही कंपनी होगी।

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60 फीसदी हिस्सेदारी का ही होगा बेचान

दोनों ग्रुप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सीवीसी ग्रुप IPL फ्रेंचाइजी की पूरी होल्डिंग बेचने के बजाय कंट्रोलिंग स्टैक ही टोरेंट ग्रुप को बेच रहा है, इसलिए टोरेंट ग्रुप 60 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा। सीवीसी ग्रुप ने 2021 में इसे 5,625 करोड़ रु. में खरीदा था। बता दें, अदाणी ग्रुप भी इस फ्रेंचाइजी को खरीदने की दौड़ में शामिल था। 2021 में अदाणी ग्रुप ने इसके लिए 5,100 करोड़ की बोली भी लगाई थी। लेकिन तब बाजी सीवीसी ग्रुप ने मार ली थी। IPL का 18वां सीजन 21 मार्च से शुरू होगा और 25 मई को फाइनल खेला जाएगा। इस सीजन में कुल 74 मैच खेले जाएंगे।

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IPL : सीवीसी क्यों बेच रहा हिस्सेदारी

लग्जमबर्ग का सीवीसी ग्रुप शेयर मार्केट के पैटर्न पर पूरी रणनीति बनाकर चल रहा है। यानी मुनाफा हो गया तो प्रॉफिट बुक करो और निकलो। यही कारण है कि ग्रुप ने अब IPL फ्रेंचाइजी को बेचने की तैयारी कर ली है। जिस कीमत पर दोनों कंपनियों के बीच बातचीत चल रही है, उससे सीवीसी ग्रुप को अपनी लगाई लागत का करीब मोटा फायदा होना तय है। इस कमाई के कारण ही पहले एक बार निरस्त हो चुके बिक्री के प्रपोजल पर नए सिरे से बातचीत शुरू की गई।

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IPL : 2021 में लगाई थी 2 नई टीमों के लिए बोली

साल 2021 में IPL में दो नई टीमों को जोड़ने के लिए दुबई में बिड लगाई गई थी। इसमें 6 शहर रेस में थे। अहमदाबाद और लखनऊ के अलावा कटक, गुवाहाटी, इंदौर और धर्मशाला का नाम शामिल था। दो टीमों को खरीदने के लिए कुल 22 बिजनेस घरानों ने दिलचस्पी दिखाई थी। इनमें अडाणी ग्रुप, इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड का मालिक ग्लेजर परिवार, टोरेंट फार्मा, अरबिंदो फार्मा, आरपी-संजीव गोयनका ग्रुप, हिंदुस्तान टाइम्स मीडिया ग्रुप, पूर्व सांसद नवीन जिंदल की जिंदल स्टील, रॉनी स्क्रूवाला और तीन प्राइवेट इक्विटी से जुड़े लोग शामिल थे। आरपी-संजीव गोयनका ग्रुप ने लखनऊ की टीम को 7,090 करोड़ रुपए में खरीदा। वहीं सीवीसी कैपिटल ने 5,166 करोड़ रुपए में अहमदाबाद की टीम खरीदी।