नई दिल्ली। IPL 2021 का दूसरा क्वालिफायर लीग का सबसे रोमांचक मुकाबला साबित हुआ। आखिरी 8 गेंदों में कोलकाता के 6 विकेट चटका चुकी दिल्ली जीत की दहलीज पर खड़ी थी। लेकिन राहुल त्रिपाठी के छक्के ने जीत का निवाला मुंह से छीन लिया। इस छक्के ने कोलकाता को फाइनल में पहुंचा दिया, जहां उसका मुकाबला कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स से होगा। कागजों में चेन्नई भले ही मजबूत दिख रही हो लेकिन अगर इतिहास की बात करें तो कोलकाता की जीत की दावेदारी भी कम नहीं है।
Finalssss babyyy💜💜💜 pic.twitter.com/tHE3QGlAik
— Shubman Gill (@ShubmanGill) October 13, 2021
कमाल की बात यह है कि इस सीजन की शुरुआत टीम ने बहुत ही खराब की थी। पहले सात में से कोलकाता की टीम को महज 2 ही जीत मिली थी। दूसरे चरण में बाकी के सात में से 5 मैच जीतकर टीम ने 14 अंक लेकर प्लेआफ में जगह पक्की की।
DC Vs KKR Qualifier 2: राहुल त्रिपाठी ने छक्का लगाकर दिलाई KKR को रोमांचक जीत
तीसरी बार फाइनल में KKR
दिल्ली के खिलाफ मिली दमदार जीत के साथ ही कोलकाता ने तीसरी बार IPL फाइनल में जगह पक्की कर ली। साल 2012 और 2014 में आइपीएल का फाइनल मैच खेला था। दोनों ही बार टीम ने यह ट्राफी अपने नाम की थी। कमाल की बात यह है कि इसके अलावा टीम कभी भी फाइनल में जगह नहीं बना पाई है। 2017 और 2018 में केकेआर की टीम तीसरे स्थान पर रही थी। क्वालीफायर 2 में पहले मुंबई और फिर हैदराबाद ने टीम को हराकर बाहर किया था।
Vinoo Mankad Trophy 2021: आंध्र को हरा सेमीफाइनल में पहुंची Rajasthan
क्या कहता है इतिहास
IPL इतिहास पर नजर डालें तो आंकड़े केकेआर के पक्ष में दिखते हैं। दरअसल, केकेआर इससे पहले दो बार फाइनल में पहुंची है और दोनों ही बार चैंपियन बनी है। 2012 में जब कोलकाता पहली बार आईपीएल फाइनल में पहुंची थी, तो उसने चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर ही खिताब जीता था। वहीं दूसरी तरफ चेन्नई अभी तक 9 बार आईपीएल फाइनल खेल चुकी है। जिसमें से उसे 3 बार जीत और 5 बार हार मिली है।