IND vs AUS: तीसरे वनडे में छोड़नी होगी ‘तीन ऑलराउंडर की जिद’, अब घिरने लगे गौतम गंभीर

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IND vs AUS big concern over coach gautam gambir's decisions of selecting 3 all rounder, latest sports update
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सिडनी। IND vs AUS: टीम इंडिया के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा अच्छा साबित नहीं हुआ और शुरुआती 3 मैच में ही उसने वनडे सीरीज गंवा दी। नए कप्तान शुभमन गिल और विराट कोहली-रोहित शर्मा की वापसी को लेकर इस सीरीज पर ज्यादा फोकस रहा। लेकिन, इस सीरीज में टीम इंडिया का प्रदर्शन औसत से भी खराब रहा और वो मुकाबले की स्थिति में नहीं दिखी। हालांकि इसमें खिलाड़ियों के प्रदर्शन के अलावा कोच गौतम गंभीर की जिद भी सवालों के घेरे हैं कि आखिर क्यों उन्होंने दोनों मैच में तीन ऑलराउंडर खिलाने की ठानी, जिसका कोई भी फायदा टीम को नहीं हुआ।

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एक्सट्रा ऑलराउंडर के लिए कुलदीप की कुर्बानी

टीम इंडिया की हार में कप्तान शुभमन गिल, विराट कोहली और केएल राहुल जैस बल्लेबाजों की नाकामी के साथ ही खराब फील्डिंग भी हर किसी के निशाने पर है, जो कि सही भी है। लेकिन, मैच से पहले जो फैसला प्लेइंग-11 को लेकर लिया जाता है, क्या वो इस नाकामी की वजह नहीं है? ये सवाल इसलिए है क्योंकि टीम इंडिया ने IND vs AUS दोनों मैच के लिए प्लेइंग-11 में कोई बदलाव नहीं किया। इसका असर ये हुआ कि टीम के सबसे बड़े स्पिनर कुलदीप यादव दोनों मुकाबलों में बाहर रहे और यही सबसे बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है। कुलदीप को टीम में इसलिए जगह नहीं मिली क्योंकि प्लेइंग-11 में 3 खालिस ऑलराउंडर्स उतारे गए थे, जिनमें से दो-अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर, स्पिनर्स थे। वहीं तीसरे ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी थे।

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बैटिंग लाइन अप की गहराई नहीं आई काम

गंभीर के फैसले की इकलौती वजह बैटिंग लाइन-अप को गहराई देना था, जिसका असर बॉलिंग के कमजोर होने के रूप में नजर आया। याद रहे कि IND vs AUS इस सीरीज में पहले ही जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी तेज गेंदबाज नहीं हैं। ऐसे में टीम के नंबर-1 विकेट टेकर गेंदबाज कुलदीप का खेलना बेहद अहम था। इसका हश्र यह रहा कि गुरुवार को हुए मैच में में भारतीय टीम ने पहले बैटिंग की थी और 9 विकेट खोकर 264 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट खोकर ये लक्ष्य 47 ओवर के अंदर हासिल कर लिया। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे मैच से पहले ही सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली।

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ऑस्ट्रेलिया ने उठाया भारत की कमजोरी का फायदा

IND vs AUS पर्थ वनडे को एक बार के लिए छोड़ भी दें तो एडिलेड में कुलदीप की कमी टीम इंडिया को खली। भारतीय टीम ने पहले बैटिंग की थी और ऑस्ट्रेलिया के स्टार लेग स्पिनर एडम जैम्पा ने मिडिल ऑर्डर में 4 विकेट लेकर भारतीय बैटिंग को ध्वस्त कर दिया था। ऐसे में यही काम कुलदीप भी कर सकते थे। खास तौर पर जब मैथ्यू शॉर्ट पिच पर नजर जमा रहे थे, तो कुलदीप वहां काम आ सकते थे क्योंकि इस बल्लेबाज को स्पिनर्स के खिलाफ परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है। इसी तरह मिचेल ओवन भी स्पिनर्स के सामने संघर्ष करते हैं, जबकि 6 वनडे मैच में सिर्फ 10 रन बनाने वाले अनुभवहीन युवा कूपर कॉनोली के लिए तो कुलदीप पूरी तरह से पहेली साबित हो सकते थे।

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कुछ खास नहीं रहा तीनों ऑलराउंडर्स का प्रदर्शन

अब बात अगर टीम इंडिया के ऑलराउंडर्स की करें तो उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। अक्षर ने बल्ले से कमाल दिखाया और 41 गेंदों में तेजी से 44 रन बनाए। मगर सुंदर ने 14 गेंदों में 12 और नीतीश ने 10 गेंदों में सिर्फ 8 रन बनाए। वहीं गेंदबाजी में तीनों ने मिलकर 20 ओवर किए और इनमें 113 रन खर्चते हुए सिर्फ 3 विकेट ही हासिल किए। इनमें भी नीतीश खासे महंगे साबित हुए, जिन्होंने अपने 3 ओवर में 24 रन दिए और कोई सफलता उन्हें नहीं मिली। यानि साफ है कि अगर टीम इंडिया बैटिंग को गहराई देने पर फोकस करने के बजाए गेंदबाजी को भी मजबूती देने की सोचती और कुलदीप जैसे गेंदबाज को ड्रॉप नहीं करती तो मैच के साथ ही इस IND vs AUS सीरीज का भी नतीजा अलग हो सकता था।

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