एडिलेड। IND vs AUS: टीम इंडिया ने अपना पिछला पिंक बॉल टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में ही खेला था, जहां वह दूसरी पारी में सिर्फ 36 रन पर सिमट गई थी। वहीं मेजबान ऑस्ट्रेलिया को पर्थ में खेले गए मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट मैच में हैरानी भरी हार का सामना करना पड़ा है। अब दोनों ही टीमों के लिए एडिलेड में आज से शुरू होने जा रहा डे-नाइट टेस्ट मैच बहुत ही अहम होगा। टीम इंडिया को जहां 36 के उस आंकड़े के हौवे से बाहर आना होगा, वहीं ऑस्ट्रेलिया को मजबूत भारत के खिलाफ पूरा दमखम दिखाना होगा। एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया ने सात डे-नाइट टेस्ट मैच खेले हैं और सातों में ही उसे जीत मिली है, लेकिन मौजूदा भारतीय टीम के खिलाफ उसके खेल में आत्मविश्वास की कमी नजर आई है। मेजबानों के सामने भी अपनी कमियों से उबरते हुए सीरीज में वापसी का बड़ा चैलेंज होगा।
𝗣𝗿𝗲𝗽 𝗠𝗼𝗱𝗲 🔛 #TeamIndia gearing up for the Pink-Ball Test in Adelaide 👌 👌#AUSvIND pic.twitter.com/5K4DlBtOE6
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रोहित शर्मा ने किया बड़ा फैसला, नहीं करेंगे ओपनिंग
पर्थ टेस्ट में केएल राहुल की शानदार बल्लेबाजी के बाद से प्लेइंग इलेवन में रोहित शर्मा की पोजिशन को लेकर बने सस्पेंस पर से भारतीय कप्तान ने मुकाबले के एक दिन पहले पर्दा उठा दिया। रोहित ने IND vs AUS दूसरे टेस्ट में मिडल ऑर्डर में खेलने का फैसला किया है। रोहित पितृत्व अवकाश के कारण पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में नहीं खेल पाए थे। शुभमन गिल भी अंगूठे की चोट से उबर कर इस मैच में वापसी करेंगे। रोहित ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘हम परिणाम चाहते हैं, हम सफल होना चाहते हैं। राहुल और यशस्वी ने पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया। मेरे लिए निजी तौर पर मिडल ऑर्डर में बैटिंग करना आसान नहीं होगा, लेकिन टीम हित सर्वोपरि है।’
🗣️ #TeamIndia captain Rohit Sharma talks about his decision to bat in the middle-order in the Adelaide Test #AUSvIND | @ImRo45 pic.twitter.com/pdiqQPaLgP
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बल्लेबाजों पर दारोमदार, गेंदबाजी में नहीं होगा बदलाव
रोहित न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में भी उनका रिकॉर्ड अच्छा नहीं है और वह इसमें सुधार करना चाहेंगे। वहीं अंगूठे की चोट से उबर कर वापसी करने वाले गिल अभ्यास मैच में अच्छी लय में दिख रहे थे। IND vs AUS पहले टेस्ट में भारत के लिए सबसे सकारात्मक पहलू यशस्वी और विराट कोहली के शतक रहे। यह दोनों बल्लेबाज अपनी उसी फॉर्म को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे। भारतीय गेंदबाजी विभाग में बदलाव की संभावना नहीं है। एडिलेड की पिच से हालांकि स्पिनरों को मदद मिलती रही है और विकेट का जायजा लेने के बाद उसकी स्थिति को देखकर रविचंद्रन अश्विन या रविंद्र जाडेजा को टीम में शामिल किया जा सकता है।
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मेजबानों के पक्ष में आकंड़ा, करना होगा उलटफेर
IND vs AUS पर्थ टेस्ट जीतकर भारतीय टीम उत्साह से लबरेज है। डे-नाइट टेस्ट मैच हालांकि भारतीय बल्लेबाजों के सामने अलग तरह की चुनौती पेश करेगा। पिंक बॉल से अतिरिक्त सीम मूवमेंट मिलता है और भारतीय बल्लेबाजों को इससे पार पाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। ऑस्ट्रेलिया का डे-नाइट टेस्ट मैच में रेकॉर्ड अच्छा रहा है। उसने अभी तक घरेलू धरती पर जो 12 डे-नाइट टेस्ट मैच खेले हैं उनमें से उसे केवल एक मैच में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन पहले टेस्ट मैच में करारी शिकस्त झेलने के कारण इस बार उसकी टीम पर दबाव रहेगा।
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ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग में दिख रही कमजोरी
ऑस्ट्रेलिया के लिए अपने प्रमुख बल्लेबाजों की फॉर्म बड़ी चिंता का विषय है। अगर उसे IND vs AUS सीरीज बराबर करनी है तो फिर स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन जैसे बल्लेबाजों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। ऑस्ट्रेलिया की चिंता केवल बल्लेबाजी तक ही सीमित नहीं है। उसके तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड चोटिल होने के कारण बाहर हो गए हैं। उनकी जगह स्कॉट बोलैंड को टीम में शामिल किया गया है जो लगभग 18 महीने में अपना पहला टेस्ट मैच खेलेंगे। वह लगातार ऑफ स्टंप से बाहर गेंदबाजी करने में माहिर हैं और इससे वह भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकते हैं।