नई दिल्ली। Doping: भारतीय एथलीट (डिस्कस थ्रोअर) कमलप्रीत कौर पर डोपिंग (Doping) के चलते 3 साल का बैन लगाया गया है। वर्ल्ड एथलेटिक्स ने इस संबंध में औपचारिक बयान जारी किया है। वर्ल्ड एथलेटिक्स से संबंधित अंतरराष्ट्रीय संस्था, एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) ने इस संबंध में बताया कि प्रतिबंधित पदार्थ के इस्तेमाल के कारण उन पर ये प्रतिबंध लगाया गया है।
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गौरतलब है कि यह प्रतिबंध 29 मार्च, 2022 से शुरू होकर अगले तीन साल तक जारी रहेगा। इस दौरान वो किसी भी नेशनल-इंटरनेशनल प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले सकेंगी। दरअसल, इस साल मई में कमलप्रीत कौर का सैंपल लिया गया था। जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ स्टेनोजोलोल के सेवन की पुष्टि हुई थी। टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। और अब जांच पूर्ण होने पर इस अस्थाई निलंबन को 3 साल के बैन में बदल दिया गया है।
नोटिस मिलने पर किया कमलप्रीत ने स्वीकार
स्विट्जरलैंड के लुसाने में विश्व Doping रोधी एजेंसी (WADA) से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में उनके सैंपल का परीक्षण किया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, कमलप्रीत कौर ने एक निजी प्रयोगशाला में अपने सैंपल टेस्ट किया था और वाडा ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला में इसका परीक्षण करने की अनुमति भी दी थी, जहां उन्हें स्टेनोजोलोल के लिए पॉजिटिव पाया गया था। हालांकि, नोटिस मिलने के 20 दिनों के अंदर कमलप्रीत कौर ने अपने उल्लंघन को स्वीकार किया। जिससे उन्हें अपने ऊपर एक साल का प्रतिबंध हटाने में मदद मिली।
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पेरिस ओलंपिक से भी हुईं बाहर
Doping में फंसी कमलप्रीत कौर ने टोक्यो ओलंपिक में चमत्कारिक प्रदर्शन किया था। कमलप्रीत डिस्कस थ्रो के फाइनल इवेंट में छठे स्थान पर रही थीं। हालांकि वो पदक जीतने में असलफ रही लेकिन उनके इस प्रदर्शन की देशभर में तारीफ हुइ थी। लेकिन अब डोपिंग में फंसकर कमलप्रीत ने अपने करियर पर ही सवाल खड़े कर लिए हैं। 3 साल के बैन के कारण वो अब अगले साल होने वाले एशियाई खेलों के साथ-साथ 2024 पेरिस ओलंपिक में भी हिस्सा नहीं ले पाएंगी।
ये एथलीट भी कर चुके हैं प्रतिबंध का सामना
कमलप्रीत कौर के अलावा उनकी साथी डिस्कस थ्रोअर नवजीत कौर ढिल्लों, धाविका धनलक्ष्मी सेकर और क्वार्टर-मिलर एमआर पूवम्मा पहले ही Doping में फंसकर प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा जैवलिन थ्रोअर शिवपाल सिंह को भी डोपिंग मामले में निलंबित किया जा चुका है।