मुंबई। IND vs AUS खेली जा रहे बॉर्डर गावस्कर सीरीज में दो मैच खेले गए हैं। इस सीरीज का पहला मैच नागपुर और दूसरा मैच दिल्ली में खेला गया। इस सीरीज के दौरान पिचों को लेकर काफी ज्यादा बातें की जा रही है। अब आईसीसी ने इन दोनों मैचों में इस्तेमाल की गई पिचों को लेकर अपना फैसला दे दिया है। आईसीसी मैच रेफरी ने नागपुर और दिल्ली में पिचों को ‘औसत’ रेटिंग दी, जहां भारत ने तीन दिनों में ऑस्ट्रेलिया को हराया। ICC के इस फैसले के बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में चल रही बाते बेबुनियादी साबित हो गए हैं।
पिचों के लिए आईसीसी की छह अलग रेटिंग
आईसीसी की रिपोर्ट के अनुसार पिच IND vs AUS टेस्ट मैच के लिहाज से खराब नहीं थी और इसलिए दोनों ही वेन्यू के खिलाफ कोई डिमैरिट पॉइंट नहीं दिया जाएगा। आईसीसी की ओर से पिचों की रेटिंग के 6 स्तर तय हैं, जिसमें किसी पिच को औसत से कम, खराब या खेलने के लिए अनफिट रेटिंग मिलने पर 1, 3 और 5 डिमैरिट पॉइंट दिए जाते हैं। ये डिमैरिट पॉइंट 5 साल के लिए लागू होते हैं और अगर इस दौरान कोई भी वेन्यू 5 या उससे ज्यादा डिमैरिट पॉइंट हासिल करता है तो उसे 1 साल के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट की मेजबानी से रोक दिया जाता है। केवल औसत से नीचे की रेटिंग, खराब या अनफिट डिमेरिट अंक आकर्षित करते हैं।
महज 3 दिन ही में ही खत्म हुए थे दोनों टेस्ट
नागपुर में खेले गए पहले और दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में सिर्फ 3 दिन के अंदर नतीजा आ गया था जहां ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भारतीय स्पिनरों के आगे सरेंडर कर दिया था। पहले IND vs AUS नागपुर और फिर दिल्ली टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 3-3 दिनों के अंदर ढेर कर दिया। दोनों ही मैचों में भारतीय स्पिनरों का जलवा रहा, जिनके सामने ऑस्ट्रेलिया नहीं टिक पाया। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई मीडिया और पूर्व क्रिकेटर भारतीय मैदान की पिचों पर सवाल खड़े कर रहे थे।