नई दिल्ली। Hardik Pandya: श्रीलंका दौरे के लिए Team India का ऐलान कर दिया गया है। सूर्य कुमार यादव टी20 सीरीज में टीम इंडिया की कमान संभालेंगे। आखिरी वक्त तक हार्दिक पांड्या को कप्तानी का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन जब नाम सामने आया तो सभी चौंक गए। हालांकि सूर्या की चयन कोई आश्चर्यजनक नहीं है, वो टी20 फॉर्मेट में टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर हैं लेकिन T20 World Cup में शानदार प्रदर्शन और पुराने रिकॉर्ड के आधार पर हार्दिक को कप्तानी की रेस में सबसे आगे माना जा रहा था। लेकिन जब टीम का ऐलान किया गया तो कप्तान के तौर पर नाम सामने आया Suryakumar Yadav का। तो आइए बताते हैं कि आखिर हार्दिक का पत्ता बतौर कप्तान कटा कैसे-
🆙 Next 👉 Sri Lanka 🇱🇰#TeamIndia are back in action with 3 ODIs and 3 T20Is#INDvSL pic.twitter.com/aRqQqxjjV0
— BCCI (@BCCI) July 18, 2024
इन कारणों ने बढ़ाई हार्दिक पांड्या की परेशानी
– हार्दिक को टी-20 की कप्तानी नहीं देने की वजह उनकी फिटनेस भी है। पिछले एक साल में हार्दिक चोटों के कारण कई मैच मिस कर चुके हैं। टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर टी-20 कप्तानी में लॉन्ग टर्म ऑप्शन चाहते हैं।
– सूयकुमार यादव लंबे समय तक टी20 फॉर्मेट में दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज रहे। अभी भी वो आईसीसी रैंकिंग में दूसरे स्थान पर हैं। उनका फॉर्म लगातार बेहतरीन रहा है। इसके अलावा सूर्या की फिटनेस भी लाजवाब रही है। ये भी एक कारण रहा कि लंबे समय के लिए कप्तान तलाश रहे कोच गौतम गंभीर को Hardik Pandya की तुलना में सूर्या ज्यादा मजबूत लगे।
– सूर्यकुमार यादव काफी शांत प्लेयर हैं। वो कभी किसी विवाद में शामिल नहीं रहे हैं। गौतम गंभीर और रोहित शर्मा दोनों की गुड बुक्स में सूर्या का नाम आगे रहा है।
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राजनीति की भेंट चढ़ी हार्दिक की कप्तानी
Hardik Pandya का टी20 टीम का कप्तान नहीं चुना जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। बीसीसीआई सूत्रों का कहना है कि हार्दिक और सूर्या की कप्तानी के रिकॉर्ड में ज्यादा अंतर नहीं है लेकिन हार्दिक राजनीति की भेंट चढ़ गए। मुंबई इंडियंस की कप्तानी को लेकर जो विवाद शुरू हुआ था, उसके साये से हार्दिक अभी तक पीछा नहीं छुड़ा पाए हैं और उस समय रोहित शर्मा के साथ हार्दिक के खराब बर्ताव की जो खबरें निकल कर आई थीं अब इस नए घटनाक्रम का कारण उन्हें भी माना जा रहा है। हार्दिक के हाथ से कप्तानी ही नहीं गई, उन्हें बतौर उप कप्तान भी कंसीडर नहीं किया गया है। यह हार्दिक के लिए एक और बड़ा झटका है।