नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) कोरोना महामारी की वजह से आर्थिक संकट से गुजर रहे घरेलू क्रिकेटरों की मैच फीस बढ़ाने की तैयारी में है। इससे जहां क्रिकटरों को आर्थिक संबल मिलेगा, वहीं घरेलू क्रिकेट को भी फायदा होगा। बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, सचिव जय शाह और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने मुंबई में दो दिन तक लगातार बैठकें कीं और उसमें यह तय किया गया कि घरेलू क्रिकेटर को नई ऊर्जा देने के लिए फीस बढ़ाई जाएगी।
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2021-22 सत्र के लिए भी बनाई योजना
BCCI पदाधिकारी के मुताबिक अभी एक प्रस्ताव आया है जिस पर सहमति मिलने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से पिछला घरेलू सत्र खराब हो गया था। उसके लिए मुआवजा देने पर तो हम लोग काम कर ही रहे हैं। इसके लिए समिति तय करेगी कि कैसे मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा हमने 2021-22 सत्र के लिए भी योजना बनाई। इसमें घरेलू क्रिकेट में सीनियर पुरुष टीम (रणजी, विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्राफी) की फीस बढ़ाने का प्रस्ताव आया है।
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60 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मिलेंगे
BCCI के अधिकारी ने बताया कि प्रस्ताव में उल्लेख है कि जिन खिलाड़ियों ने 20 या उससे ज्यादा मैच खेले हैं, उन्हें अगले सत्र से 35 की जगह 60 हजार रुपये प्रति दिन मिलेंगे जबकि 20 से कम मैच खेलने वाले खिलाडि़यों को 45 हजार रुपये प्रति दिन मिलेंगे। ऐसा पहली बार होगा जब घरेलू पुरुष टीम के खिलाडि़यों मैच खेलने के आधार पर फीस मिलेगी।
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प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की संभावना
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की मैच फीस बढ़ाने से घरेलू क्रिकेटरों का काफी फायदा होगा। जल्द ही इस प्रस्ताव पर मुहर लगने की संभावना है। अभी पुरुष खिलाड़ियों को प्रति दिन 35 हजार रुपए प्रति मैच फीस मिलती है। उन्होंने कहा कि जैसे अगले सत्र के टूर्नामेंट शुरू होने से पहले किसी के 18 मैच हैं। तो जैसे ही उसके 20 मैच हो जाते हैं उस खिलाड़ी को 60 हजार रुपये प्रति दिन मैच फीस मिलने लग जाएगी।